उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के कानपुर और वाराणसी में गंगा(Ganga) के प्रदूषण(Pollution) से मुक्त होने के बाद अब अयोध्या में सरयू(Saryu) और वृंदावन में यमुना(Yamuna) प्रदूषण से मुक्त होने वाली हैं, क्योंकि इनसे जुड़े बड़े नालों को बंद कर दिया गया है। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जुड़ने वाले नालों के पानी को शुद्ध किया जा रहा है। प्रमुख शहरों में 37 नालों का पानी नदियों में गिरने से रोक दिया गया है।
नदियों के किनारे नए एसटीपी स्थापित किए गए हैं। पिछले एक साल में कुल 72 नालों का दोहन किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार महत्वाकांक्षी नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यो से गंगा सहित प्रमुख नदियों के जल की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है।
वाराणसी के रमना में 161.31 करोड़ रुपये की लागत से 50 लाख लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) क्षमता का नया एसटीपी तैयार किया गया है और गंगा में गिरने वाले तीन नालों को बंद किया गया है।
यह भी पढ़ें- 77 देशों तक पहुंचा ओमिक्रॉन
नमामि गंगे(Namami Gange) एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रधान सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, "नदियों को साफ रखने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है, खासकर उन प्रमुख शहरों में जहां गंगा, यमुना या सरयू हैं। "
Input-IANS; Edited By- Saksham Nagar