न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड अथॉरिटी (एनबीएसए) ने हिंदी समाचार चैनल आजतक पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े फर्जी ट्वीटों के प्रसारण की वजह से की गई है। चैनल को ऑन एयर माफी मांगने के लिए भी कहा गया है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को रेगुलेट करने वाले एक स्व-नियामक निकाय एनबीएसए ने कहा कि आजतक ने ट्वीटों को प्रसारित करते वक्त उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया। माफीनामे की तारीख, टेक्स्ट और समय अथॉरिटी तय करेगी, जिसके बारे में न्यूज चैनल को बता दिया जाएगा।
एनबीएसए ने कहा कि आजतक को माफीनामा का सबूत एक कॉम्पैक्ट डिस्क में सात दिनों के अंदर पेश करना होगा।
आजतक के 'हिट-विकेट' टैगलाइन का उल्लेख करते हुए, प्राधिकरण ने कहा, "ऐसा प्रतीत होता है कि सवाल सुशांत सिंह राजपूत से पूछे जा रहे हैं, जो अब नहीं हैं, इसलिए टैगलाइन आक्रामक है और यह गोपनीयता का उल्लंघन करती है, मृतक की गरिमा को प्रभावित करती है।"
एनबीएसए ने कहा कि जबकि समाचार रिपोर्ट करना समाचार चैनल का कर्तव्य है, उसे मृतकों की निजता का उल्लंघन नहीं करना चाहिए और न ही किसी दुखद घटना को सनसनीखेज बनाना चाहिए।
आजतक ने 16 जून को राजपूत के अंतिम ट्वीट्स पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। (Wikimedia Commons)
6 अक्टूबर को दिए गए अपने आदेश में एनबीएसए ने कहा, "आजतक ने ट्वीट प्रसारित करने और राजपूत को जिम्मेदार ठहराने से पहले अपेक्षित प्रक्रिया का संचालन नहीं किया।"
आगे कहा गया है कि अगर उस प्रोग्राम के वीडियो ब्रॉडकास्टर की वेबसाइट, यूट्यूब या दूसरे लिंक डाले गए हैं, तो उसे तुरंत हटा लिया जाना चाहिए।
आजतक ने अभिनेता के मुंबई में अपने घर में मृत पाए जाने के दो दिन बाद 16 जून को राजपूत के अंतिम ट्वीट्स पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। आजतक ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी लेख को ट्वीट किया था। दिवंगत अभिनेता ने कथित तौर पर अपनी जान लेने का संकेत देते हुए ट्वीट करने के बाद उसे हटा दिया था।
आजतक ने हिट विकेट संबंधी कुछ टैगलाइन दी थी। इनमें कहा गया था, "ऐसे कैसे हिट विकेट हो गए सुशांत?", "सुशांत जिंदगी की पिच पर हिट-विकेट कैसे हो गए।" और "सुशांत इतने अशांत कैसे?"
एनबीएसए ने कहा कि समाचार चैनल ने 'विशिष्ट दिशानिर्देश कवरिंग रिपोर्ट' का उल्लंघन किया है। (आईएएनएस)