भारत चीनी विवाद के दौरान भारत का विपक्ष लगातार सरकार पर निशाने साध रहा है। काँग्रेस के नेता, राहुल गांधी कई बार ट्वीटर पर विडियो मैसेज के ज़रिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध चुके हैं। राहुल गांधी निरंतर ये आरोप लगा रहे हैं की, "चीन ने भारत की ज़मीन हड़प ली है, लेकिन प्रधानमंत्री इस जानकारी को देश से छुपा रहे हैं"। उसी क्रम में राहुल गांधी ने ट्वीटर पर आज भी एक विडियो डाला है, जिसमे वो लद्दाख के क्षेत्रीय निवासियों के बयान को आधार बना कर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधने की कोशिश कर रहे हैं।
उस विडियो में उन्होने, कथित तौर पर अपने आप को लद्दाखि बताने वाले कई ऐसे लोगों के बयान को आधार बनाया है जो कह रहे हैं की चीन ने लद्दाख में उनकी ज़मीन हड़प ली है। इस विडियो के ऊपर राहुल गांधी ने लिखा है की, "लद्दाखि कह रहे हैं की, चीन ने हमारी ज़मीन ले ली है, लेकिन प्रधानमंत्री का कहना है की चीन ने कोई ज़मीन नहीं ली है। कोई तो झूठ बोल रहा है"।
लेकिन अब जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है, वो चौंका देने वाली है। राहुल गांधी द्वारा डाले गए उस विडियो में अपने आप को आम लद्दाखी बताने वाले लोग असल में आम लोग नहीं बल्कि काँग्रेस के कार्यकर्ता और नेता हैं। अब ये जाहीर है की उस विडियो में दिख रहे कथित लद्दाखियों का बयान काँग्रेस की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। ऐसा करने के पीछे का मकसद प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधना रहा होगा। इस जानकारी को 'पॉलिटिकल कीड़ा' आंम के ट्वीटर हैंडल द्वारा साझा किया गया है।
ऐसा पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने ऐसी घटिया राजनीति करने की कोशिश की है। इससे पहले भी उन्होने भारत-चीनी झड़प में शहीद हुए जवानों को लेकर सवाल किया था की उन्हे बिना हथियार क्यूँ भेजा गया था। बाद में लोगों ने, काँग्रेस सरकार द्वारा ही की गयी 2005 की सीमा संधि की याद दिलाई तो राहुल गांधी ने वो ट्वीट ही डिलीट कर दिया था।