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मातृभाषा को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने की तैयारी में केंद्र सरकार

NewsGram Desk

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा प्रदान करने के लिए रोडमैप तैयार करने के उद्देश्य से बुधवार को एक कार्यबल का गठन किया है। सचिव, उच्च शिक्षा की अध्यक्षता में बना यह कार्यबल विभिन्न हितधारकों द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार कर एक महीने में रिपोर्ट देगा। मातृभाषा में तकनीकी शिक्षा देने के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक में केंद्रीय मंत्री ने यह निर्णय लिया। सचिव, उच्च शिक्षा अमित खरे, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के निदेशक, शिक्षाविद और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। बैठक राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन के संबंध में चर्चा और विचार विमर्श के लिए बुलाई गई थी।

शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा, "यह बैठक प्रधानमंत्री की इस सोच को हासिल करने की दिशा में कदम है कि विद्यार्थी अपनी मातृभाषा में मेडिकल, इंजीनियरिंग और कानून आदि व्यावसायिक पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर सकें।"

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "किसी भी विद्यार्थी पर कोई भाषा थोपी नहीं जाएगी, लेकिन उनको सक्षम बनाने के प्रावधान जरूर किए जाएंगे। जिससे कोई भी होनहार विद्यार्थी इसलिए तकनीकी शिक्षा से वंचित न रह जाए, क्योंकि वह अंग्रेजी भाषा नहीं जानता था।"

उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सम्मिलित प्रयास किए जा रहे हैं।

वहीं देश के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में शुमार आईआईटी दिल्ली में प्लेसमेंट सीजन शुरू हो गया है। दिसंबर से मई तक 6 महीने कंपनियों द्वारा पूर्णकालिक हायरिंग के लिए साक्षात्कार आयोजित किए जा रहे हैं। आईआईटी दिल्ली में लगभग 300 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों द्वारा छात्रों को कई क्षेत्रों में 500 से अधिक जॉब प्रोफाइल की पेशकश की गई है।

आईआईटी दिल्ली में इस वर्ष, हायरिंग प्रक्रियाओं को एक आभासी मोड में संचालित किया जा रहा है। अभूतपूर्व वैश्विक स्थिति में भी आईआईटी दिल्ली, भारत में सबसे अधिक रोजगार देने वाला संस्थान है।

आईआईटी दिल्ली में वर्ष 2020 में बेहतरीन जॉब के सबसे अधिक ऑफर देने वाली कंपनियों में कई मल्टीनेशनल कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा जिन कंपनियों ने सबसे अधिक और बेहतरीन जॉब ऑफर आईआईटी दिल्ली के छात्रों को दिए हैं, उनमें माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, गोल्डमैन आदि शामिल हैं।(आईएएनएस)

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