Ashoke Gehlot (Wikimedia Commons) 
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राजस्थान में गहलोत कैबिनेट के विस्तार से पहले कांग्रेस के अंदर आपसी मतभेद

NewsGram Desk

कल यानी शनिवार को यह खबर आई थी की आज यानी रविवार को राजस्थान में अशोक गहलोत(Ashoke Gehlot) कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है जिसके चलते कल सभी कैबिनेट मंत्रियों का इस्तीफा करा दिया गया था। शनिवार को जयपुर में गहलोत मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद मंत्रियों के इस्तीफे की घोषणा की गई। नए मंत्रियों को आज शपथ दिलाई जाएगी।

शनिवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने उन नामो की पुष्टि की जोकि आज शपथ लेंगे। अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में कुल 30 मंत्री होंगे, जिनमें 18 मंत्री होंगे जिन्होंने पहले इस्तीफा दे दिया था। राज्य के तीन मंत्री, जिनमें से सभी अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय से हैं, को कैबिनेट रैंक में पदोन्नत किया गया है। कैबिनेट में कुल 12 नए मंत्री शामिल होंगे, जिनमें से पांच सचिन पायलट(Sachin Pilot) खेमे से होंगे।

इस कैबिनेट फेरबदल से एक तरफ राजस्थान कांग्रेस(Congress) में बीते कई दिनों से चल रहा कलह शांत होता दिख रहा है तो वहीं दूसरी ओर कैबिनेट फेरबदल पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। भाजपा(Bhajpa) के अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, "राजस्थान में जहां कांग्रेस सत्ता में है, वहां 15 में से 3 महिलाओं को ही मंत्री बनाया गया, यानी सिर्फ 20 फीसदी. लेकिन यूपी में जहां कांग्रेस चौथे नंबर की पार्टी है, वह झूठ बोल रही है. महिलाओं को 40 फीसदी प्रतिनिधित्व देने का वादा। यही कांग्रेस और गांधी परिवार की दोहरी राजनीति का सच है।"

अब राज्य में कैबिनेट विस्तार(Cabinet Extension) हो रहा है तो ऐसे तो है नहीं की जिन लोगों को मंत्री नहीं बनाया गया वे अपना विरोध नहीं दर्ज करेंगे। राज्य के कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा ने कहा, "अलवर जिले के सबसे भ्रष्ट विधायक को मंत्री बनाया गया है. अलवर जिले के लिए आज का दिन काला दिन है." वह टीकाराम जूली का जिक्र कर रहे थे।

सचिन पायलट (Wikimedia Commons)

सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक अलवर जिले के विधायक टीकाराम जुली को मंत्री बनाए जाने पर जौहरी लाल मीणा, शफिया जुबैर और बसपा विधायक दीपचंद खड़िया नाराज़ हैं और कथित तौर पर अपना विरोध दर्ज कराने जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं।

अब कहीं विरोध है तो कहीं विधायक मंत्री बाने जाने की असली वजह सचिन पायलट को बता रहे हैं। विधायक हेमाराम चौधरी, जो रविवार को मंत्री के रूप में शपथ लेंगे उन्होंने कहा, "सचिन पायलट के बिना यह संभव नहीं होता। मेरे कुछ मुद्दे थे जिन्हें मैंने उठाया था जिसके कारण मैंने विधायक के रूप में अपना इस्तीफा सौंप दिया था। लेकिन पार्टी मैं चाहता हूं कि मैं मंत्री बनूं और मैं पार्टी के फैसले का पालन करूंगा।"

Input-Various Source ; Edited By- Saksham Nagar

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