भारत की शीर्ष महिला धावक दुती चंद| (IANS)  
ब्लॉग

दुती ने इंडियन ग्रां प्री में राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ इंडिया ए को दिलाया स्वर्ण

NewsGram Desk

भारत की शीर्ष महिला धावक दुती चंद (Dutee Chand) ने यहां हुए इंडियन ग्रां प्री (Indian Grand Prix) में 43.37 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ महिला चार गुणा 100 मीटर रिले टीम इवेंट में इंडिया ए को स्वर्ण पदक दिलाया।

इंडिया ए में अर्चना ए, धनलक्ष्मी, हिमा दास और दुती ने 43.37 सेकेंड का स्कोर किया जो 2016 में बने पिछले रिकॉर्ड 43.42 सेकेंड से बेहतर है। इंडिया बी टीम 48.02 सेकेंड के साथ दूसरे जबकि मालदीव 50.74 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

इस बीच, दुती ने सोमवार की शाम 11.17 सेकेंड का स्कोर कर 100 मीटर में अपने पिछले राष्ट्रीय रिकॉर्ड 11.24 सेकेंड में सुधार किया। हालांकि वह टोक्यो ओलंपिक क्वालीफिकेश मार्क 11.15 सेकेंड से चूक गईं। दानेश्वरी एटी 11.48 सेकेंड के साथ दूसरे और हिमाश्री रॉय 11.17 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।

महिला धावक दुती चंद ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ महिला चार गुणा 100 मीटर रिले टीम इवेंट में इंडिया ए को स्वर्ण पदक दिलाया। (Pixabay)

भारत की डिस्कस थ्रो एथलीट कमलप्रीत कौर ने 66.59 मीटर का स्कोर किया लेकिन उनकी इस कोशिश को राष्ट्रीय रिकॉर्ड के तौर पर नहीं देखा जाएगा क्योंकि वह फील्ड पर एकमात्र प्रतियोगी थीं। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (Athletics Federation of India) (एएफआई) द्वारा स्वकृति नियम के अनुसार राष्ट्रीय रिकॉर्ड के लिए कम से कम तीन एथलीटों का फ्रे में होना जरूरी है।

महिला भाला फेंक स्पर्धा में अनु रानी (Anu Rani) ने 60.58 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि संजना चौधरी ने 53.54 मीटर के साथ रजत और शिल्पा रानी ने 48.74 मीटर के साथ कांस्य पदक हासिल किया। महिला 1500 मीटर में हरमिलान बाएन्स ने चार मिनट 08.27 सेकेंड के साथ स्वर्ण जबकि पीयू चित्रा ने 25.31 सेकेंड के साथ रजत जीता।

महिला 400 मीटर ए रेस में एमआर पूवामा 53.78 सेकेंड के साथ पहले स्थान पर रहीं जबकि रेवाथी वी 400 मीटर बी रेस में 54.28 सेकेंड के साथ विजयी रहीं। (आईएएनएस-SM)

खूबसूरती के पीछे छिपी है मौत! दुनिया की 10 सबसे खतरनाक जगहें जहां मौत देती है दस्तक!

सत्ता, शानो-शौकत और साज़िशों से घिरी ईरान की बाग़ी शहज़ादी अशरफ़ पहलवी की कहानी

कबीर बेदी: प्यार, जुदाई और नई शुरुआत

चलती कार से कूदकर बचाई ज़िंदगी, पढ़ाई के दम पर बाल विवाह के खिलाफ़ मिसाल बनी सोनाली

यूरोप अगस्त शटडाउन: काम से ब्रेक