फेसबुक ( Facebook ) के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम ( Instagram ) ने अपने मंच पर धोखाधड़ी में वृद्धि देखी है जो महामारी शुरू होने के बाद से 50 प्रतिशत तक बढ़ गई थी और रोमांस, फिशिंग व प्रभावित करने वाले घोटालों से संबंधित चार्ट शीर्ष पर थे। एक नई रिपोर्ट में मंगलवार को यह बात सामने आई। साइबरसिटी फर्म सोफोस के हिस्से वाले सोफोस नेकेड सिक्योरिटी के मुताबिक, पिछले एक साल में इंस्टाग्राम ( Instagram ) पर काफी स्कैमिंग की गई।
शोधकर्ताओं ने कहा, "फिशर्स आपके इंस्टाग्राम ( Instagram ) अकाउंट तक पहुंच बनाने की कोशिश करते हैं, या तो एक इंस्टाग्राम ( Instagram ) डायरेक्ट मैसेज के रूप में या फिर ईमेल के जरिए, जहां आपको फर्जी लॉगइन पेज पर अपने यूजर नेम और पासवर्ड डालने की कोशिश की जाती है।"
एक बार जब बदमाश आपके लॉगिन विवरण को प्राप्त कर लेते हैं, तो वे आपकी व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंच सकते हैं और यहां तक कि अपना पासवर्ड बदलकर आपको अपने स्वयं के खाते से बाहर कर सकते हैं।
स्कैमर्स भी सोशल मीडिया पर प्रभावितों के उत्थान का लाभ उठा रहे हैं, ताकि वे स्वयं प्रभावकों का शोषण कर सकें।
रिपोर्ट के मुताबिक, ये स्कैमर एक स्थापित ब्रांड होने का दिखावा करते हैं और प्रभावित करने वालों को एक विज्ञापन सौदा पेश करते हैं। यदि प्रभावित व्यक्ति यह मानने के लिए पर्याप्त नहीं है कि जो सौदा उन्हें मिल रहा है वह वैध है, तो वे 'भुगतान' करने के लिए अपने व्यक्तिगत बैंकिंग ब्योरा सौंप सकते हैं।
साल 2010 में लॉन्च होने के बाद से इंस्टाग्राम ( Instagram ) के 1 अरब से अधिक खाते खोले गए हैं और सेवा पर उपयोगकर्ताओं को हर दिन लगभग 10 करोड़ तस्वीरें साझा की जाती हैं।
स्कैमर्स भी सोशल मीडिया पर प्रभावितों के उत्थान का लाभ उठा रहे हैं । ( Unsplash )
इतना ही नहीं, इस प्लेटफॉर्म पर रोमांस घोटालों में भी उछाल देखा जा रहा है।
यहां धोखेबाज एक फर्जी ऑनलाइन रिश्ते में प्रवेश करते हैं, अक्सर अपना मकसद साधने के लिए हफ्तों, महीनों या वर्षो तक कमाने का आपको लालच देते हैं और फिर आपके विश्वास का दुरुपयोग करते हैं।
एक बार लक्ष्य तय हो जाने के बाद स्कैमर वीजा, फ्लाइट, यात्रा खर्च और बहुत कुछ के लिए पैसे मांगना शुरू कर देता है। लेकिन वहां हमेशा एक बहाना रहता है कि स्कैमर वीजा प्राप्त करने में सक्षम नहीं था।
शोधकर्ताओं ने कहा, "कोविड-19 ( COVID 19 ) नियमों के कारण अचानक यात्रा प्रतिबंध जाहिर तौर पर कोरोनावायरस महामारी के दौरान एक लोकप्रिय बहाना बन गया है। घोटालेबाज तब तक पैसे मांगते रहेंगे, जब तक कि दूसरे छोर पर रहने वाला व्यक्ति इसे भेजना जारी रखता है।"
मगर सावधान रहें। आप जैसा किसी अन्य साइटों पर पासवर्ड डालते हैं, वैसा ही पासवर्ड का उपयोग इस पर न करें।
( AK आईएएनएस )