ब्लॉग

22 साल में पहली बार आस्ट्रेलियन ओपन में नहीं खेलेंगे फेडरर

NewsGram Desk

करीब दो दशक से कोर्ट पर अपना दबदबा रखने वाले 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर चोट के कारण अगले साल आस्ट्रेलियन ओपन में नहीं खेल पाएंगे। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, फेडरर अपने दाएं घुटने के दो आपरेशन के बाद इससे उबर रहे हैं और इसके कारण वह अपने 21 साल के करियर में पहली बार आस्ट्रेलियन ओपन में नहीं खेल पाएंगे। फेडरर ने अपने करियर में अब तक छह बार आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता है।

39 साल के फेडरर को 2016 में भी इसी तरह की चोट की समस्या थी, लेकिन उस चोट से उबरने के बाद उन्होंने तीन ग्रैंड स्लैम खिताब जीते थे। लेकिन इस साल जनवरी के बाद से उन्होंने अब तक एक भी मैच नहीं खेला है। आस्ट्रेलियन ओपन टूर्नामेंट के निदेशक क्रैग टिले ने कहा, " आगे आने वाले ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों के लिए खुद को फिट रखने के लिए रोजर बाहर हो गए हैं।

फेडरर ने अब अपने करियर में अब तक लगातार 21 बार आस्ट्रेलियन ओपन टूर्नामेंट में भाग लिया है। इस साल आस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में उन्हें सर्बिया नोवाक जोकोविच से हार का सामना करना पड़ा था और वह उनका अंतिम प्रतिस्पर्धात्मक टूर्नामेंट था।

कब होगा आस्ट्रेलियन ओपन ?

स्विस मास्टर फेडरर की फरवरी में दाएं घुटने की सर्जरी हुई थी और ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि जुलाई तक फिट हो जाएंगे, लेकिन उससे पहले ही जून में उनकी एक और सर्जरी हुई थी और इसके कारण वह 2020 सीजन से बाहर हो गए थे। स्विटजरलैंड के खिलाड़ी फेडरर इस समय दुबई में अपनी ट्रेनिंग कर रहे हैं।

आस्ट्रेलियन ओपन का आगाज 8 फरवरी से होगा और यह 21 फरवरी तक चलेगा। कोरोना के कारण हार्ड कोर्ट के इस इवेंट का आयोजन जनवरी की बजाय फरवरी में हो रहा है। आस्ट्रेलियन ओपन के लिए पुरुषों की क्वालीफाईं इवेंट का आयोजन 10 से 13 जनवरी के बीच दोहा में होगा। इसके बाद खिलाड़ी मेलबर्न में जमा होंगे और 14 दिन के क्वारंटीन पर जाएंगे। (आईएएनएस)

राजस्थान का ये झील एक रात में बनकर हुई तैयार, गर्मियों में भी यहां घूमने आते हैं लोग

अमर सिंह चमकीला पर बनी फिल्म में अभी भी बाकी है उनके जीवन के कुछ हिस्से

इस देश में रहते हैं मात्र 35 लोग, यहां के मिलनसार तानाशाह को देख चौक जाते हैं टूरिस्ट

मुगल काल में भी किया जाता था बर्फ का इस्तेमाल, खास विदेशों से मंगवाया जाता था इसे

बंबी बाल्टी जंगल में लगे भीषण आग को बुझाने में है मददगार, जानिए और क्या है इसकी खासियत