मध्य प्रदेश के रायसेन में क्रिस्चियन मिशनरी गैंग का पर्दाफाश।(सांकेतिक चित्र, Pixabay)  
ब्लॉग

मध्य प्रदेश के रायसेन में धर्मान्तरण के गैंग का पर्दाफाश

NewsGram Desk

राष्ट्रिय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मध्य प्रदेश के रायसेन में एक कथित धर्मांतरण गैंग का पर्दाफाश करने का दावा किया है। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के नेतृत्व में हुए ऑपरेशन में एनसीपीसीआर के एक प्रतिनिधिमंडल ने रायसेन के एक गाँव में औचक निरिक्षण के दौरान पाया की गाँव के एक छात्रावास में जबरन लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।

एनसीपीसीआर ने अपनी जाँच के दौरान पाया की अनुसूचित जनजाति 15-20 हिन्दू लड़कियां छात्रावास में ठहरी थी। इन सभी को शिक्षा देने के नाम पर ईसाई मिशनरी छात्रावास में रखा गया था।

एनसीपीसीआर के अध्यक्ष ने बताया , "हमें जानकारी मिली थी की इन लड़कियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिया वहां रखा गया था लेकिन तथ्य वाली बात यह है की वहां शिक्षा के लायक ऐसा कोई भवन था ही नहीं। हमें जानकारी मिली थी की इन लड़कियों को यहां किसी विशेष उद्देश्य से लाया गया था जिक्से लिए उहे यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा था।

जांच में पता चला की अनुसूचित जाती की यह लडकियां ज़्यादातर पूर्वोत्तर के राज्यों की रहने वाली थी।

एनसीपीसीआर की टीम को जांच के दौरान छात्रावास के कमरे से एक बाइबल और ईसाई मिशनरी से जुडी कई चीज़ें मिली पर शिक्षा से जुड़ा वहां कोई सामान नहीं मिला।

इसके बाद एनसीपीसीआर ने जिला प्रशासन और मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर मामले में उपयुक्त कार्रवाई करें के निर्देश दियें हैं।

कानूनगो ने कहा ,"मैंने जिला प्रशासन से इन लड़कियों को इनके घर ले जाने को कहा है। यह अनैतिक है और बच्चों के अधिकारों के खिलाफ है। मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।"

Input: IANS ; Edited By: Saksham Nagar

न्यूज़ग्राम के साथ Facebook, Twitter और Instagram पर भी जुड़ें!

खूबसूरती के पीछे छिपी है मौत! दुनिया की 10 सबसे खतरनाक जगहें जहां मौत देती है दस्तक!

सत्ता, शानो-शौकत और साज़िशों से घिरी ईरान की बाग़ी शहज़ादी अशरफ़ पहलवी की कहानी

कबीर बेदी: प्यार, जुदाई और नई शुरुआत

चलती कार से कूदकर बचाई ज़िंदगी, पढ़ाई के दम पर बाल विवाह के खिलाफ़ मिसाल बनी सोनाली

यूरोप अगस्त शटडाउन: काम से ब्रेक