आईआईटी दिल्ली ने एक वीआरएफबी आधारित स्मार्ट चार्जिग स्टेशन डिजाइन किया है। आईआईटी दिल्ली द्वारा बनाया गया यह स्मार्ट चार्जिग स्टेशन संस्थान के कैंपस में लगाया गया है। चार्जिग स्टेशन में संग्रहित ऊर्जा का उपयोग पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज करने के लिए किया जा सकता है। वीआरएफबी तकनीक विद्युत ऊर्जा को संग्रहित करने के लिए तरल इलेक्ट्रोलाइट का उपयोग करता है। चार्जिग के दौरान, विद्युत ऊर्जा तरल इलेक्ट्रोलाइट में संग्रहित होती है और डिस्चार्ज करने के दौरान संग्रहित ऊर्जा का उपयोग किया जाता है।
वीआरएफबी की प्रमुख विशेषताएं यह है कि यह नवीकरणीय ऊर्जा को कुशलता से संग्रहित और उपयोग कर सकता है। जैसे ग्रामीण विद्युतीकरण, ई-वाहन चार्जिग स्टेशन, घरेलू और वाणिज्यिक बिजली बैक-अप आदि और यह सब शून्य कार्बन पर होता है। विभिन्न चार्जिग पोर्ट का उपयोग करके मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट और पावर बैंक जैसे उपकरण आसानी से चार्ज किए जा सकते हैं। आईआईटी दिल्ली की टीम ने इसे लगभग 9 घंटे के चार्जिग ऑपरेशन के लिए डिजाइन किया है।
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आईआईटी दिल्ली में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर अनिल वर्मा ने कहा, "उनके नेतृत्व में अनुसंधान समूह ने दूसरी पीढ़ी के प्रोटोटाइप को चार्जिग स्टेशन को विकसित किया। यह स्मार्ट चार्जिग स्टेशन पर्यावरण के अनुकूल, तकनीकी और वैज्ञानिक योगदान देते हुए समाज के लिए उपलब्ध हो सकता है।" उन्होंने जानकारी दी है कि यह परियोजना डीएसटी, एमएचआरडी, और आईआईटी दिल्ली द्वारा वित्त पोषित है।
प्रो. वर्मा ने कहा, "अनुसंधान दल विकसित प्रोटोटाइप के परिचालन डेटा को इकट्ठा करेगा। परिवेश और लाइव स्थितियां का पता लगाएगा, ताकि डिजाइन और संचालन में उचित बदलाव हो सके। इसे अगले वक्र्ड-अप संस्करण में शामिल किया जा सकता है। इस सुविधा की शुरूआत आईआईटी निदेशक प्रोफेसर रामगोपाल राव ने की।" (आईएएनएस)