अपको याद होगा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव(west bengal assembly elections) के समय तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और खुद मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि भाजपा मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए धन और बाहुबल का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन वास्तविक सच्चाई कुछ और ही है जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे –
भाजपा(BJP) पर इस बात को लेकर काफी आरोप लगे कि उसने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस को गद्दी से हटाने के लिए भारी संख्या में धन खर्च किया है, लेकिन आंकड़ों से पता चला है कि सत्ताधारी दल ने राज्य में इस साल की शुरूआत में हुए विधानसभा चुनाव में और अधिक पैसा खर्च किया है।
राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग(election commission)को सौंपी गई एक व्यय रिपोर्ट के अनुसार, माकपा का 32.64 करोड़ रुपये का चुनावी खर्च था, तो कांग्रेस के पास केवल 26.45 करोड़ रुपये थे। दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में केवल 4.6 करोड़ रुपये खर्च किए वही भाजपा ने विधानसभा चुनावों में 151.18 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी को पार करते हुए 154.28 करोड़ रुपये खर्च किए थे। अब आप लोग समझ गए होंगे कि ममता दीदी ने किस तरह खेला किया है।
बीजेपी ने भी जिस तरह धन खर्च किया है उससे पता चलता है कि पश्चिम बंगाल जीतने के लिए हर संभव प्रयास किया गया है।( File photo)
इस पर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा: "अब कोई आसानी से समझ सकता है कि कौन पैसा बांट रहा था और वे कैसे सत्ता में आए। उन्होंने चुनाव जीतने के लिए लोगों के पैसे का इस्तेमाल किया है। कांच के घर में रहने वाले को दूसरों के घर पत्थर नहीं फेंकना नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री को एक खुला बयान देना चाहिए। लोगों को सच्चाई जानने का अधिकार है।"
आपको बता दें पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के समय भाजपा द्वारा पैसे का खर्च विवाद के केंद्र में था क्योंकि व्यापक आरोप थे कि बीजेपी ब्रिगेड पैसे के साथ मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रही थी। लेकिन जिस तरह चुनाव आयोग की रिपोर्ट दर्शाती है वाह विधानसभा चुनाव की स्थिति भी बताती है कि किसने कितने धन का इस्तेमाल किया है?
इसके अलावा भाजपा द्वारा प्रस्तुत व्यय रिपोर्ट(report) से पता चलता है कि उसने असम, पुडुचेरी, तमिलनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल के पांच राज्यों के चुनावों के लिए 252.02 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिनमें से लगभग 60 प्रतिशत (151.18 करोड़) धन केवल पश्चिम बंगाल के लिए था। पार्टी ने असम के लिए 43.81 करोड़ रुपये, केरल के लिए 29.24 करोड़ रुपये, तमिलनाडु के लिए 22.97 करोड़ रुपये और पुडुचेरी के लिए 4.79 करोड़ रुपये खर्च किए। यह केवल पश्चिम बंगाल के लिए था कि भाजपा ने 151 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि भगवा ब्रिगेड राज्य में जीत की इच्छुक थी।
input : आईएएनएस ; Edited by Lakshya Gupta