माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स। (Wikimedia Commons)  
ब्लॉग

माइक्रोसॉफ्ट ने लॉन्च किया कोविड-19 वैक्सीन मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म

NewsGram Desk

कोविड-19 के टीके जल्द ही वैश्विक स्तर पर उपलब्ध होंगे। लिहाजा, माइक्रोसॉफ्ट ने सरकार और स्वास्थ्य सेवा ग्राहकों दोनों के लिए एक वैक्सीन मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। एक्सेंचर, अवानडे, ईवॉय और माजिक ग्लोबल जैसे माइक्रोसॉफ्ट के चुनिंदा पार्टनर्स वैक्सीन मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म पर काम कर रहे हैं, जो कि माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड सर्विस का उपयोग करता है।

माइक्रोसॉफ्ट ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, "कोविड-19 वैक्सीन की कुशल, समान और सुरक्षित वितरण के लक्ष्य को एजेंसियों और भागीदारों के बीच घनिष्ठ सहयोग से ही सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए जरूरी है कि कार्यान्वयन समय पर किया जाए और हर सरकार और स्वास्थ्य सेवा ग्राहक की जरूरतों को पूरा करने के लिए चीजों को कस्टमाइज्ड किया जाए।"

माइक्रोसॉफ्ट के पार्टनर्स ग्राहकों के साथ सक्रिय रूप से वैक्सीन मैनेजमेंट सॉल्यूशंस के लिए काम कर रहे हैं, ताकि वे रोगियों और प्रदाताओं का पंजीकरण कर सकें, टीकाकरण, सुव्यवस्थित रिपोर्टिग, विश्लेषण और पूवार्नुमान आदि के चरणों का निर्धारण कर सकें।

माइक्रोसॉफ्ट के दुनियाभर के हेल्थकेयर कमर्शियल बिजनेस के वाइस प्रेसिडेंट और चीफ मेडिकल ऑफिसर डेविड शॉ ने कहा, "माइक्रोसॉफ्ट में हम दुनियाभर में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के संगठनों के साथ काम कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द टीके पहुंचाने के इस अहम काम में सही और सुरक्षित तरीके से मदद की जा सके।"

माइक्रोसॉफ्ट कंसल्टिंग सर्विसेज (एमसीएस) ने मार्च के बाद से पूरी दुनिया में 230 आपातकालीन कोविड-19 रिस्पांस मिशन चलाए हुए हैं। इसमें हाल ही में कोविड-19 वैक्सीन के न्यायसंगत, सुरक्षित और कुशल वितरण को सुनिश्चित करने का काम भी शामिल है। एमसीएस ने वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन एंड एडमिनिस्ट्रेशन सॉल्यूशन वीआरएएस) भी बनाया है, जो वैक्सीनेशन के हर चरण का डेटा तैयार करेगा, ताकि वैक्सीनेशन की प्रगति की जांच और रिपोर्टिग की जा सके।

कंपनी ने कहा है, "इससे स्वास्थ्य प्रदाता और फार्मेसियां हर वैक्सीन बैच की प्रभावशीलता की निगरानी और रिपोर्ट कर सकते हैं। साथ ही स्वास्थ्य प्रशासक बड़ी आबादियों में टीकाकरण के लक्ष्यों का आसानी से लेखा-जोखा रख सकते हैं।" (आईएएनएस)

भगवान जगन्नाथ का रथ खींचती हैं जो रस्सियाँ, उनके पीछे छिपा है एक आदिवासी समाज!

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह

जहां धरती के नीचे है खजाना, वहां ऊपर क्यों है गरीबी का राज? झारखंड की अनकही कहानी