बॉलीवुड के ड्रग्सवुड में तब्दील होती जा रही फिल्म इंडस्ट्री को रोकने के लिए एनसीबी ने जो मुहिम चलाई है जिसके कारण कई लोग एनसीबी के हत्थे चढ़ गए हैं जिसका सारा श्रेय एनसीब के निदेशक समीर वानखेड़े को जाता है। लेकिन लगता है वानखेड़े साहब की मुहिम कई लोगों को रास नहीं आ रही इन्हीं में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) के मंत्री नवाब मलिक भी है। जिन्होंने फिर एक बयान में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े पर निशाना साधा है। उन्होंने संदेह जताते हुए कहा कि क्या वानखेड़े ने सरकारी नौकरी पाने के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्र जमा किया था, जिस पर उन्होंने पलटवार किया है और आरोपों का जोरदार खंडन किया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मलिक ने एक कथित जन्म प्रमाण पत्र और वानखेड़े की शादी की तस्वीर को कैप्शन के साथ ट्वीट किया है, "यहां से शुरू हुआ फर्जी वाड़ा। पहचान कौन।"
जन्म प्रमाण पत्र में एनसीबी प्रमुख का नाम 'समीर दाऊद वानखेड़े' के रूप में दिखाया गया है, और तस्वीर वानखेड़े की डॉ शबाना कुरैशी के साथ पहली शादी की है, जिसे बाद में उन्होंने तलाक दे दिया और मराठी फिल्मों की अभिनेत्री क्रांति रेडकर से शादी कर ली। राकांपा मंत्री ने दावा किया कि जन्म प्रमाण पत्र के अनुसार, वानखेड़े एक जन्मजात मुस्लिम हैं, लेकिन कथित तौर पर एक आरक्षित श्रेणी के माध्यम से नागरिक सेवाओं (यूपीएससी) की परीक्षा में शामिल हुए और भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी बन गए।
एनसीबी के जोनल निदेशक ने एक बयान में कहा कि उनके पिता राज्य के आबकारी विभाग में सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक ज्ञानदेव काचरूजी वानखेड़े थे, जबकि उनकी मां दिवंगत जाहीदा हैं, जो एक मुस्लिम थीं। वानखेड़े ने यह भी पुष्टि की कि उन्होंने विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत 2006 में एक नागरिक समारोह में (डॉ शबाना कुरैशी से) शादी की थी।
मलिक के आरोपों पर वानखेड़े ने कहा, "हम दोनों ने 2016 में सिविल कोर्ट के जरिए आपसी तलाक ले लिया। बाद में 2017 में मैंने क्रांति दीनानाथ रेडकर से शादी कर ली।"वानखेड़े ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मलिक द्वारा किए गए कृत्यों की श्रृंखला ने उन्हें और उनके परिवार को जबरदस्त मानसिक और भावनात्मक दबाव में डाल दिया है।
Input: IANS; Edited By: Lakshay Gupta