By – नवनीत मिश्र
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल का कहना है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद से लेह-लद्दाख और कारगिल का तेजी से विकास हो रहा है। केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के अंतर्गत आने वाले कारगिल को पर्यटन के मोर्चे पर दुनिया में पहचान दिलाने का लक्ष्य है। पर्यटकों की सुविधा के लिए सभी जरूरी आधारभूत संसाधनों के विकास का खाका तैयार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कारगिल इतना आकर्षक है कि यहां आने के बाद अपने देश के लोग विदेश जाना भूल जाएंगे।केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, वैश्विक स्तर की अपार संभावनाओं के बावजूद पर्यटन के नक्शे पर कारगिल को उतनी ख्याति नहीं मिल सकी, जितनी मिलनी चाहिए थी।
केंद्रीय मंत्री ने आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा, भारत से 2.20 करोड़ लोग बाहर (विदेश) घूमने के लिए जाते हैं और बाहर से 1.80 करोड़ हमारे यहां आते हैं। कारगिल में क्या नहीं है हमारे पास? शायद हम लोगों की इसकी खूबसूरती के बारे में बता नहीं पाए। इसका परसेप्शन बिगाड़ने की कोशिश हुई, जिसे अब सुधारा जा रहा। पूरे केंद्रशासित प्रदेश के लिए विकास योजनाओं का पिटारा खोलने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभिनंदन के पात्र हैं।
कारगिल की एक सुंदर घाटी। (Wikimedia Commons)
यहां नेशनल लेवल इवेंट्स ऑफ एडवेंचर टूरिज्म (NEAT Kargil 2021) का उद्घाटन करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने आईएएनएस से बातचीत में कारगिल की खूबसूरती को दुनिया को दिखाने के लिए अपना प्लान साझा किया।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल मीडिया प्लान के तहत वीडियो बनाकर मंत्रालय की वेबसाइट पर डाले जा रहे हैं। कारगिल के खूबसूरत इलाकों के बारे में दुनिया के लोगों को जानकारी देने की दिशा में कार्य चल रहा है। यहां आने वाले लोग अपने वीडियो बनाकर मंत्रालय की वेबसाइट पर डाल सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, लद्दाख के लोगों ने एडवेंचर टूरिज्म की तरफ हमारा ध्यान दिलाया तो गुलमर्ग की तरह अब कारगिल में भारतीय स्कीइंग एवं पर्वतारोहण संस्थान (आईआईएसएम) खोलने की दिशा में कार्य शुरू हुआ है। हफ्तेभर में जमीन मिल जाएगी। इसके बाद बजट जारी होगा और कुछ समय में यहां इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो जाएगा। यहां लोगों को स्कीइंग और पर्वतारोहण की ट्रेनिंग मिलेगी और वे इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भाग लेंगे। इंस्टीट्यूट बनने से एडवेंचर टूरिज्म इंडस्ट्री तैयार होगी। (आईएएनएस)