बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने देश में लगातार बढ़ रहे ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे के बीच रैलियां करने पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना सामान्य जनता की समझ से बाहर है। इस समय ईमानदारी से प्राथमिकता तय करने की जरूरत है।
वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा, "रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है।"
रैलियों में लाखों लोगों की भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करने की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा सांसद (Varun Gandhi) ने आगे अपने ट्वीट में लिखा , "उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें ईमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन।"
दरअसल, 2022 में उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड, गोवा और पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) होने हैं। चुनाव को सामने देखते हुए सभी राजनैतिक पार्टियां अपने-अपने चुनाव प्रचार में लग गयीं हैं। पर देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना (Covid-19) और ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे को देखते हुए इन राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव को टालने की मांग भी की जाने लगी है। हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव टालने को लेकर अपील की थी।
इसपर सवाल पूछे जाने पर कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भाजपा मुख्यालय में मीडिया से कहा था कि किस जगह पर कौन सी राजनीतिक गतिविधि होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए, यह तय करने का दायित्व एक संवैधानिक संस्था ( चुनाव आयोग ) के पास है और वही इस मामले को देखेगी।
हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक विधान सभा चुनाव की आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन तमाम राजनीतिक दलों ने चुनावी राज्यों में अपनी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। सभी रैलियों और रोड शो में लाखों लोगों की भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। ऐसे में वरुण गांधी के इस ट्वीट ने इसे लेकर फिर से एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। (आईएएनएस)
Input: IANS ; Edited By: Manisha Singh