उत्तर प्रदेश में संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के नए प्रयास किए जा रहे हैं और उत्तर प्रदेश सरकार वैदिक भाषा सीखने और अध्ययन करने के लिए विदेशियों को जोड़ने की कोशिश कर रही है। यूपी संस्कृत संस्थान विदेशी मूल के छात्रों के लिए अपनी ऑनलाइन संस्कृत भाषण प्रशिक्षण हेल्पलाइन का विस्तार कर रहा है।
विदेशी छात्रों को सक्षम बनाने के लिए व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से एक समर्पित हेल्पलाइन जारी की जाएगी जो संस्कृत के छंदों और अनुष्ठानों आदि सीख सकते हैं।
यूपी संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष वाचस्पति मिश्रा ने कहा कि विदेशी छात्र न केवल संस्कृत की मूल बातें सीख सकेंगे, बल्कि शिक्षकों के एक अलग समूह द्वारा छंद, अनुष्ठान, आध्यात्मिकता भी दी जाएगी।
नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन से बच्चे आसानी से पा सकेंगे ऑनलाइन शिक्षा। (Pixabay)
संस्कृत सीखने और भाषण के लिए मौजूदा ऑनलाइन सुविधा पहले ही बड़ी सफलता के साथ शुरू की जा चुकी है।
8,000 से ज्यादा लोग पंजीकृत हैं, जबकि 1,553 छात्र रोजाना वर्चुअल कक्षाएं ले रहे हैं, जबकि संस्थान 47 दैनिक कक्षाओं की पेशकश कर रहा है।
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मिश्रा ने कहा "जरूरी बात यह है कि इच्छुक छात्र मोबाइल फोन नंबर पर मिस्ड कॉल अलर्ट के माध्यम से वर्चुअल कक्षा में खुद को पंजीकृत करवा सकते हैं। पंजीकरण के लिए उम्मीदवारों को केवल एक गूगल फॉर्म भरना होगा और अपने व्यवसाय, नौकरी और शिक्षा के बारे में विवरण प्रस्तुत करना होगा, जिससे ग्रुपवाइस कक्षाओं की व्यवस्था छात्रों की व्यक्तिगत शिक्षा और जॉब प्रोफाइल के अनुसार की जा सकें।(आईएएनएस-PS)