कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश में कोरोना टीकाकरण कार्य शनिवार से शुरू हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर अस्पताल में टीकाकरण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर कुछ निहित स्वार्थी लोग अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। उनसे सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना टीका लगवाने वाले चिकित्सकों व स्टाफ नर्स से भी बातचीत की। बलरामपुर अस्पताल में सबसे पहला टीका स्टॉफ नर्स गीता देवी व डॉक्टर प्रवीण कुमार को लगाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश वासियों के लिए उत्साह और उमंग का दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुआ कोरोना टीकाकरण देश के अंदर कोरोना के खिलाफ शुरू हुई लड़ाई में अंतिम प्रहार साबित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में भारत पहला देश है, जिसने कोरोना की एक साथ दो वैक्सीन लांच की हैं। देश की इस उपलब्धि पर मैं प्रधानमंत्री समेत वैज्ञानिकों व चिकित्सकों का अभिनंदन करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर कुछ निहित स्वार्थी लोग अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। उनसे सतर्क रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ प्रदेश के समाजिक संगठनों, हेल्थ वर्कर, मीडिया व कोरोना वारियर्स ने बहुत ही सकारात्मक भूमिका निभाई है।
योगी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के लिए भगदड़, छीना झपटी व किसी भी तरह की अफवाह से बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर कुछ स्वार्थी लोग अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महानिदेशक चिकित्सा व फैमिली प्लानिंग समेत कई डाक्टर व स्टाफ नर्स टीका लगवा चुके हैं। जिन लोगों को कोरोना टीका लगाया गया। चिकित्सकों ने उनकी करीब आधे घंटे तक निगरानी की। वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। बलरामपुर में 102 लोगों को कोरोना टीका लगाया गया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में सबसे सस्ती व सफल कोरोना वैक्सीन बनाई गई है। टीकाकरण मेक इन इंडिया की पीएम मोदी के संकल्प को आगे बढ़ाने का भी अभियान है। शनिवार को पूरे देश में टीकाकरण का काम एक साथ शुरू हुआ है। जिन लोगों को टीका लग चुका है। उन्हें 28 दिन बाद दूसरा डोज भी लेना होगा। मुख्यमंत्री का कहा कि कोरोना टीकारण तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण में चिकित्सकों व हेल्थ वर्कर को वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद फ्रंट लाइन पर काम करने वाले इनमें पुलिस, होमगार्ड व आर्म फोर्स से जुड़े लोग और तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर व गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को टीका लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए सभी अपनी बारी का इंतजार करें। सबका क्रम तय कर दिया गया है। हमें कोरोना की चेन तोड़ना है।
कोरोना की पहली वैक्सीन लगवाने वाली स्टाफ नर्स गीता देवी ने कहा कि शुरू में मुझे डर लगा था। टीका लगवाने के बाद में पूरी तरह से अपने आप को स्वस्थ महसूस कर रही हूं। मुझे खुशी है कि भारत कोरोना वैक्सीन बनाने वाला पहला देश है। (आईएएनएस)