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विपक्ष के लिए राजनीति दुकानदारी है : योगी आदित्यनाथ

NewsGram Desk

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गरीबी और गरीबों की लाश पर राजनीति करने वाले कभी गरीबों के हितैषी नहीं हो सकते। ऐसे लोग बेनकाब हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां अपने सरकारी आवास पर बांगरमऊ (उन्नाव) विधानसभा उपचुनाव के लिए आयोजित बूथ, सेक्टर और मंडल के पदाधिकारियों की वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान वह विपक्षी दलों पर जमकर बरसे। कहा कि, "इन लोगों ने आजादी के बाद से गरीबों का कभी भला चाहा ही नहीं। इनके लिए गरीब सिर्फ वोट बैंक रहा और गरीबी उन्मूलन नारा। आज भी इनकी मानसिकता जस की तस है। लिहाजा गरीबों की लाश पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसे चेहरे बेनकाब हो रहे हैं। सरकार एक-एक को पहचानकर कर उनसे कानून के अनुसार बेहद सख्ती से पेश आएगी।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि, "हमारी सोच बिना भेदभाव के पूरी पारदर्शिता से सबकी तरक्की, सुरक्षा और सुशासन की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई और मार्गदर्शन में लगातार हम यह कर भी रहे हैं। पिछले छह सालों में देश में और करीब साढ़े तीन वषों में उत्तर प्रदेश में हर क्षेत्र (बुनियादी संरचना, स्वास्थ्य, शिक्षा, कनेक्टिविटी, निवेश आदि) में अभूतपूर्व विकास हुआ है। इस आमूल-चूल बदलाव से उत्तर प्रदेश के बारे में नजरिया बदला है।"

विधानसभा उपचुनाव के लिए, वर्चुअल बैठक के दौरान, योगी ने विपक्षी दलों पर तंज कसा। (Twitter)

उन्होंने कहा कि, "हमारे लिए राष्ट्र ही सबसे ऊपर है और राजनीति सेवा का जरिया। विपक्ष के लिए राजनीति दुकानदारी है। अपनी दुकान चलाने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। सीएए के विरोध से लेकर हाल की कुछ घटनाएं इसका सबूत हैं। वह हर चीज को जाति, संप्रदाय, मजहब और क्षेत्र के चश्मे से देखते हैं। समाज को बांटकर अपना वोट बैंक बनाए रखने के लिए ये कोई भी हथकंडा अपना सकते हैं। पर इनके मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे।"

योगी ने कहा कि, "उन्नाव की धरती का पौराणिक महत्व है। चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारी, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जैसे महान रचनाकार की यह जन्मभूमि है। मां गंगा का सानिध्य गौरव की बात है। ऐसे महान लोगों की धरती का होना और उनसे जुड़ना खुद में गौरव की बात है। संयोग से कुछ दिन पहले उन्नाव दौरे के दौरान आप में से कईयों से मेरी निजी मुलाकात भी हुई थी।"

प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि, "विकास में बाधक ताकतों को बेनकाब करें। आप जिस विचारधारा से हैं। आप जिस नेतृत्व से प्रेरणा और मार्गदर्शन पाते हैं, उसकी विपक्ष से कोई तुलना नहीं है। आपकी ताकत और एकजुटता के नाते आपकी जीत सुनिश्चत है।" (आईएएनएस)

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