ओडिशा के एक एनजीओ 'जिंदगी फाउंडेशन' ने गरीब परिवार से आने वाले 19 मेडिकल छात्रों की जिंदगी संवारने में अहम भूमिका निभाई है। दरअसल इन छात्रों ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में इस एनजीओ के सहयोग से सफलता हासिल की है। न तो गरीबी और न ही कोरोनावायरस इन छात्रों को उनके लक्ष्य से दूर कर सकी।
जिंदगी कार्यक्रम शिक्षाविद अजय बहादुर सिंह चलाते हैं, जो खुद एक डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन वित्तीय समस्या के चलते उन्हें हार माननी पड़ी।
सिह ने 2017 में जिंदगी फाउंडेशन का गठन किया था, जिसके तहत ओडिशा में गरीब तबके से आने वाले छात्रों को मुफ्त कोचिंग के साथ ही रहने, व स्टडी मैटिरियल की सुविधा प्रदान की जाती है।
इस परीक्षा में सत्यजीत साहू ने सफलता हासिल की है, जिनके पिता साइकिल पर सब्जी बेचा करते हैं। साहूल ने परीक्षा मं 619 अंक हासिल किए हैं।
वहीं सुभेंदु परिदा अपने माता-पिता के साथ इडली-वड़ा बेचा करते हैं। उन्होंने परीक्षा में 619 अंक लाकर सफलता अर्जित की है। इसी प्रकार कई गरीब छात्रों ने डॉक्टर बनने के अपने सपने को साकार किया है।(आईएएनएस)