ब्लॉग

राजकुमार राव की तारीफ करते हुए परेश रावल ने कहा की उन्हें उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला

NewsGram Desk

90s के दशक से लेकर अभी तक दर्शकों के दिल पर राज करने वाले दिग्गज एक्टर परेश रावल ने अपने 'हम दो हमारे दो' के सह-कलाकार राजकुमार राव की प्रशंसा की है।अभिनेता का कहना है कि वह उनके काम के कायल हो गए है और उन्हें उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है। परेश ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि जब आप इतने सारे अभिनेताओं के साथ काम करते हैं तो बहुत कम अभिनेता होते हैं, जिनकी आप प्रशंसा करते हैं, और प्रशंसा इसलिए नहीं करनी चाहिए कि वे सफल हैं बल्कि इसलिए करनी चाहिए क्योंकि आपको उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आप केवल उन्हीं की प्रशंसा करते हैं जिनसे आप चीजें सीखते हैं।

उन्होंने आगे कहा ,"राजकुमार उन अभिनेताओं में से एक हैं जिनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है और उनके साथ काम करने में मजा आता है। वह अलग-अलग विषयों पर अच्छा करने का प्रयास करते हैं और 'शाहिद' और 'न्यूटन' जैसी विभिन्न फिल्मों के साथ सिनेमा का समर्थन करते हैं। फिल्मों का भविष्य हमेशा अच्छा रहेगा अगर उनके जैसे अभिनेता आगे बढ़ते रहे।"

पारिवारिक मनोरंजन 'हम दो हमारे दो' में लीड एक्टर अपने प्यार को पाने के लिए माता-पिता को गोद ले लेता है। इसमें राजकुमार राव के साथ मुख्य भूमिका में कृति सेनन नजर आएंगी। फिल्म के अन्य मुख्य किरदार हैं रत्ना पाठक शाह और अपारशक्ति खुराना ।

परेश ने अपने एक से बढ़ के एक यादगार कॉमिक किरदारों के सफलता पर कहा ," लेखक, निर्देशक और साथी कलाकारों की मदद से मैं ऐसा कर पाता हूं। अगर अभिनेता मेरे साथ ठीक से क्रिया की प्रतिक्रिया नहीं करेगा तो कॉमेडी विफल हो जाएगी। यह तीनों कारकों का एक संयोजन है, इसे सभी की मदद की जरूरत होती है।

फिल्म 'हम दो हमारे दो' अभिषेक जैन द्वारा निर्देशित की गयी है। दिनेश विजान द्वारा निर्मित यह मैडॉक ओरिजिनल फिल्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर 29 अक्टूबर रिलीज होगी। (आईएएनएस)

Input: IANS; Edited By: Manisha Singh

न्यूज़ग्राम के साथ Facebook, Twitter और Instagram पर भी जुड़ें!

ताजमहल को चमकाने में लग जाते हैं करोड़ों रुपए, एक खास तरीका का किया जाता है इस्तेमाल

राजस्थान का ये झील एक रात में बनकर हुई तैयार, गर्मियों में भी यहां घूमने आते हैं लोग

अमर सिंह चमकीला पर बनी फिल्म में अभी भी बाकी है उनके जीवन के कुछ हिस्से

इस देश में रहते हैं मात्र 35 लोग, यहां के मिलनसार तानाशाह को देख चौक जाते हैं टूरिस्ट

मुगल काल में भी किया जाता था बर्फ का इस्तेमाल, खास विदेशों से मंगवाया जाता था इसे