केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit shah) ने सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में देश के मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इस समीक्षा में वैश्विक आतंकी समूहों, नार्को-आतंकवाद, संगठित अपराध-आतंकवाद की सांठगांठ और विदेशी आतंकवादियों की आवाजाही से मौजूदा सुरक्षा खतरों आदि के मुद्दे शामिल थे।
इस दौरान शाह ने लगातार बदलते आतंकवाद और सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए केंद्र और राज्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय और तालमेल की आवश्यकता पर जोर दिया।
बता दें कि 2022 के शुरुआत में हुई यह पहली ऐसी उच्चस्तरीय बैठक थी, जिसकी अध्यक्षता शाह ने की। इस बैठक में देश की सुरक्षा और खुफिया तंत्र के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया था।
गृह मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने देश में मौजूदा खतरे के परिदृश्य और उभरती सुरक्षा चुनौतियों की समीक्षा के लिए आज एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की।
शाह (Amit shah) के इस उच्चस्तरीय बैठक के दौरान आतंकवाद के निरंतर खतरों, वैश्विक आतंकी समूहों, आतंकी वित्तपोषण, नार्को-आतंकवाद, संगठित अपराध-आतंकवादी गठजोड़, साइबर स्पेस का अवैध उपयोग, विदेशी आतंकवादियों की आवाजाही आदि मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर भी विशेष रूप से चर्चा की गई, जिसमें पश्चिमी सीमा पर शत्रुतापूर्ण पड़ोसी देश से घुसपैठ और प्रतिबंधित सामग्री की तस्करी पर विशेष ध्यान दिया गया। (आईएएनएस)
Input: IANS ; Edited By: Manisha Singh