ब्लॉग

कोरोना वैक्सीन लगने के बाद माहवारी में थोड़ा बदलाव-ब्रिटिश शोधकर्ता

NewsGram Desk

ब्रिटिश शोधकर्ता(British Researcher) ने पता लगाया है कि कोरोना वैक्सीन(Corona Vaccine) लगवा चुकी महिलाओं की माहवारी आने के समय में थोड़ा बदलाव हो सकता है लेकिन यह कुछ दिनों बाद सामान्य हो गया।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इंपीरियल कॉलेज लंदन की विक्टोरिया माले ने अमेरिका और नॉर्वे की महिलाओं के माहमारी चक्र वाले अध्ययनों पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि यह थोड़े समय के लिए हो सकता लेकिन उन्होंने बांझपन संबंधी चिंताओं को बढ़ावा देने के लिए गलत सूचना को जिम्मेदार ठहराया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटिश के एक संस्थान ने कहा है कि ऐसा कोई सबूत नहीं है कि कोविड टीके प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं। औषधि एवं स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद नियामक एजेंसी को कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद अप्रत्याशित योनि रक्तस्राव और देरी से मासिक धर्म की 37,000 से अधिक रिपोर्ट मिली है।

इसमें कहा गया है कि टीके लगवाने के बाद मासिक धर्म में देरी का कोई सबूत नहीं है क्योंकि महिलाओं के चक्र स्वाभाविक रूप से भिन्न होते हैं। हालांकि इस दिशा में वैज्ञानिकों ने और अधिक शोध का आह्वान किया है।

कोरोना वैक्सीन (Wikimedia Commons)

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के संपादकीय में, प्रजनन प्रतिरक्षा विज्ञान के एक माले ने दो अध्ययनों की ओर इशारा किया है।

माहवारी का पता लगाने वाले ट्रैकिंग ऐप का उपयोग करने वाली लगभग 4,000 महिलाओं के एक अमेरिकी अध्ययन में पाया गया कि दूसरे टीके के बाद उनकी अगली माहवारी में आधे दिन की देरी हुई, लेकिन इसके बाद कोई देरी नहीं हुई।

जिन महिलाओं को दो टीेक लगे थे उनके मासिक धर्म में दो दिन की देरी हुई, जहां दोनो डोज के बीच का अंतर कम से कम आठ सप्ताह है। यह भी देखा गया कि वैक्सीन लगवाने वाली 10 महिलाओं में से एक महिला की माहवारी में आठ दिनों की देरी देखी गई थी जबकि वैक्सीन नहीं लगवाने वाली 25 महिलाओं में यह देरी एक दिन की थी। लेकिन केवल दो चक्रों के बाद, उनकी अवधि सामान्य हो गई।

यह भी पढ़ें- चट्टान जैसे व्यक्तित्व की तरह दर्शाई जाएगी नेताजी की प्रतिमा-Advait Ganayak

नॉर्वे में 5,600 से अधिक महिलाओं के एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि स्वाभाविक रूप से मासिक धर्म की अवधि भिन्न हो सकती हैं। लगभग 40 प्रतिशत महिलाओं ने टीकाकरण के बाद काफी अधिक रक्तस्राव की शिकायत की थी।

Input-IANS; Edited By-Saksham Nagar

न्यूज़ग्राम के साथ Facebook, Twitter और Instagram पर भी जुड़ें!

बिहार के नदियों में पानी की जगह दिख रहे हैं रेत, जिससे खेती और पशुपालन में आ रही है बाधा

भारत का सबसे महंगा आम, पूरे देश में केवल 3 ही पेड़ हैं मौजूद

भारत की पहली महिला पहलवान, जिन्होंने पुरुषों से भी किया मुकाबला

गोविंदा की बहन कामिनी खन्ना ने पति के मौत के बाद अकेले ही संभाला सब

एक वोट देने में कितना रुपया होता है खर्च? कुल चुनावी खर्च जान कर हो जाएंगे हैरान