हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान(Pakistan) मे राजनीतिक संघर्ष जारी है। कभी पाकिस्तानी नेता इसके लिए अमेरिका(USA) को तो कभी भारत(India) को जिम्मेदार मान रहे हैं। अब की बार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI)) के उपाध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी(Shah Mohammad Qureshi)ने कहा है कि भारत पाकिस्तान में नरम सरकार चाहता है। पूर्व वित्त मंत्री ने मंगलवार को कहा कि पीटीआई का लक्ष्य भारत के साथ अच्छे संबंध बनाना है, लेकिन वह कश्मीर के खिलाफ 'अविवेक' को बर्दाश्त नहीं करेगी।
इसके अलावा पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी(Shah Mohammad Qureshi) ने दावा किया कि तुर्की, चीन और रूस ने विदेश कार्यालय को बयान जारी कर पीटीआई को अपना समर्थन दिया हैकुरैशी ने तुर्की की ओर से जारी बयान का हवाला देते हुए कहा, "वे एक बेहतर पाकिस्तान चाहते हैं।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुरैशी(Shah Mohammad Qureshi) ने कहा कि पड़ोसी देश एक ऐसी पाकिस्तानी सरकार से 'घृणा' करता है, जो अपने हितों की रक्षा करती है और एक स्वतंत्र विदेश नीति अपनाती है। कुरैशी ने यह भी कहा कि किसी भी देश को पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में दखल देने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने(Shah Mohammad Qureshi) कहा कि पाकिस्तान एक स्वतंत्र देश है और उसके फैसले संविधान, कानून और जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप होने चाहिए। यह कहते हुए कि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) ने विदेशी हस्तक्षेप की सूचना दी है और इसे अनुचित माना है, कुरैशी ने आगे कहा कि पाकिस्तानी समाज में चिंता का प्राथमिक कारण आंतरिक मामलों में बाहरी हस्तक्षेप से उपजा है।
साथ ही साथ उन्होंने(Shah Mohammad Qureshi) पुष्टि करते हुए कहा कि सरकार ने वाशिंगटन में राजदूत के माध्यम से विरोध दर्ज किया था, कुरैशी ने कहा, "एनएससी के निर्देश पर, हमने एक राजनयिक को विदेश कार्यालय में एक डेमार्श जारी करने या कड़ी आपत्ति के लिए बुलाया।"
input : आईएएनएस ; Edited by Lakshya Gupta