संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि डिजिटल टेक्नॉलॉजी सतत विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह लोगों को अपनी वित्तीय अवस्था पर खासा नियंत्रण रखने में मदद करती है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, महासचिव ने अपनी टास्क फोर्स की विकास के लिए डिजिटल फायनेंसिंग पर रिपोर्ट पेश करते हुए कहा, "मोबाइल पेमेंट से लेकर क्राउडफंडिंग तक, डिजिटल तकनीक पहले से ही विकास की चुनौतियों का सामना करने में मदद कर रही है। धरती पर मजबूत, अधिक लचीला और समावेशी समाज बनाने के लिए जिन बदलावों की जरूरत है उनमें डिजिटल प्रौद्योगिकी एक महत्वपूर्ण संबल हो सकती है।"
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उन्होंने कहा, "कोविड-19 संकट के बीच डिजिटल तकनीक एक महत्वपूर्ण जीवन रेखा साबित हुई है, जिसने अरबों लोगों को अपने प्रियजनों के साथ जोड़े रखने, दैनिक जरूरत की चीजें खरीदने, अपनी आजीविका को बनाए और सरकारी सहायता पाने जैसे कई कामों के लिए सक्षम बनाया है।"
कोरोना काल में तकनीक का इस्तेमाल बहुत कारगर साबित हुआ है। (Pixabay)
वर्तमान में दुनिया भर में 3.6 बिलियन यानि कि 3.6 अरब लोग जिनमें महिलाओं की अनुपातहीन संख्या भी शामिल है, ऐसे हैं जिनके पास डिजिटल दुनिया का लाभ उठाने के लिए संसाधनों और क्षमताओं की कमी है। इस अंतर को खत्म करने से समुदायों को आर्थिक लचीलापन मिलेगा और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं को आर्थिक लचीलापन में योगदान मिलेगा। इसमें यह भी कहा गया कि इससे लिंग असमानता को दूर कर महिलाओं की अपने पैसे पर नियंत्रण करने, खर्च और बचत करने की शक्ति बढ़ेगी।(आईएएनएस)