उत्तर प्रदेश में व्यापार करने के इच्छुक युवाओं तथा व्यापार कर रहे व्यापारियों को कौशल विकास का पाठ पढ़ाया जाएगा। इस पढ़ाई के दौरान उन्हें अपने व्यवसाय से इतर भी काम करने की शिक्षा दी जाएगी, जिससे वो अपनी आय को बढ़ा सकेंगे। वहीं व्यापार करने के इच्छुक अपना रोजगार स्थापित कर सकेंगे। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) प्रदेश के युवाओं और व्यापारियों को कौशल संवर्धन की शिक्षा देगा। विश्वविद्यालय इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों में सक्रिय व्यापारियों के संगठन आदर्श व्यापार मंडल के साथ करार कर रहा।
इसके तहत इग्नू व्यापार मंडल में पंजीकृत व्यापारियों एवं उनके परिवारों को रोजगार परक शिक्षा उपलब्ध कराएगा, इसके साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के व्यापारियों से क्षेत्रीय केंद्र कुछ चुनिंदा कार्यक्रमों में शुल्क नहीं लेंगे। एक बड़े शिक्षण संस्थान की यह पहल राज्य में नए तरह की व्यापारिक गतिविधियों को शुरू कराने में सहायक होगी।
इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ सहित राज्य के सभी जिलों में बने केंद्रों की ओर से व्यापार मंडल में पंजीकृत व्यापारियों एवं उनके परिवारों को रोजगार परक शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके तहत युवा व्यापारियों एवं महिला व्यापारियों एवं परिजनों को भी रोजगार परक शिक्षा प्रदान की जाएगी।
व्यापार जगत से जुड़े लोगों का ऐसा मत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यही चाहते हैं कि राज्य में नए-नए तरह के उद्योग लगें, साथ ही सूबे में लगी फैक्ट्री तथा व्यापारिक संस्थानों में दक्ष लोग कार्य करें। अपनी इसी सोच के तहत ही उन्होंने ने बीते दिनों सूबे में श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराई थी और अब व्यापारियों को कौशल विकास का पाठ पढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।
उत्तरप्रदेश का सांकेतिक नक्शा (wikimedia commons)
इस योजना की शुरुआत करते हुए बीते दिनों लखनऊ में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र एवं उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के बीच एक एमओयू किया गया। इस करार के तहत विश्वविद्यालय अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के व्यापारियों को स्नातक स्तर की शिक्षा निशुल्क प्रदान करेगा तथा साथ ही साथ अगर वे प्राथमिक स्वास्थ्य में प्रमाण पत्र, जैविक कृषि ,उपभोक्ता संरक्षण, मधुमक्खी पालन, कुक्कुट पालन, एचआईवी एवं पारिवारिक शिक्षा में प्रमाण पत्र कार्यक्रमों में नामांकन कराते हैं तो उनसे कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके साथ ही सामान्य क्षेत्र के व्यापारियों को भी रोजगार परक शिक्षा के कोर्स कराए जाएंगे। जिसके चलते इग्नू की मदद से व्यापारियों को उच्च शिक्षा के अवसर मिलेंगे। इन पाठ्यक्रमों को पढ़कर निकलने वाले व्यापारी आने वाले दिनों में अपनी व्यावसायिक गतिविधियों के साथ ही शिक्षण कार्य भी कर सकेंगे। व्यापारी संगठनों का प्रयास है व्यापारी बदली हुई परिस्थितियों में स्वयं तथा अपने परिवार के युवाओं में कौशल का संवर्धन करें और परंपरागत व्यापार के साथ-साथ अन्य योजनाओं को भी अपनाएं, जिससे उनके रोजगार के अवसर बढ़ें और आय में वृद्धि हो। इसी सोच के तहत इग्नू की इस योजना को अब राज्य में विस्तार दिया जायेगा, ताकि रोजगार के इच्छुक युवा और व्यापारी कौशल विकास का पाठ पढ़ इसका लाभ उठाएं।
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इग्नू के सहायक क्षेत्रीय शिक्षा निदेशक कीर्ति विक्रम सिंह ने बताया कि अनुसूचित जाति -जनजाति के व्यापारी गण जो व्यापार मंडल से पंजीकृत हैं। उनके बच्चों और उनके परिवार को स्नातक स्तर के कार्यक्रमों में निशुल्क प्रवेश लिया जाएगा। कुछ कौशल परक कार्यक्रम में भी उन्हें शामिल किया जाना है। रोजगार के बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए हमने करार किया है।
–(आईएएनएस-PS)