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चुनावों के बाद अराजकता की आशंका से डरे हुए हैं अमेरिकी मतदाता

NewsGram Desk

By: निखिला नटराजन

अमेरिकियों की उत्सुकता चरम पर है, वे बस 3 नवंबर के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनावों के लिए घंटे गिनना शुरू कर दिया है।

यूनियन काउंटी के न्यू जर्सी की एक बुजुर्ग महिला स्लोन ने आईएएनएस को बताया, "हमने पहले सोचा था कि हम डाकघर में अपने मतपत्र डाल देंगे, लेकिन आखिरकार हम कड़ाके की ठंड में आए, कतार में इंतजार किया और मतदान किया। हालांकि मैं 3 नवंबर को टीवी नहीं देख रही हूं। उसमें माहौल बहुत ही जहरीला है।"

वे भी उन लोगों में शामिल हैं जो ट्रंप से सहमत नहीं हैं कि लोग "कोविड से थक गए हैं, बल्कि लोग डरे हुए हैं"।

रिकॉर्ड संख्या में मतदान करने आए मतदाताओं का कहना है कि वे उन चीजों के बारे में चिंतित हैं जिनकी उन्होंने पहले कभी कल्पना भी नहीं की थी। वे बहुत तेजी से इस बारे में सोच रहे हैं कि क्या होगा यदि ट्रंप इसे अदालतों में ले जाएं? या शुरूआती वोटों की गिनती में आगे रहने पर ट्रंप ने जीत की घोषणा की तो क्या होगा? क्या होगा अगर बंदूक रखे हुए लोग सड़कों पर उतर आएं?

सोमवार की सुबह ट्रंप समर्थकों से भरी कारों को बाइडेन-हैरिस की कैंपेन बस को सड़क से गिराने की कोशिश करते देखा गया था। इस मामले में एफबीआई जांच कर रही है, क्योंकि चुनाव के बाद की हिंसा होने का खतरा है।

पहले से ही देश भर में चुनाव को लेकर 300 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें ज्यादातर मुकदमे महामारी के कारण प्रक्रियाओं में किए गए बदलावों को लेकर है।

पेंसिल्वेनिया चुनाव के बाद मुकदमेबाजी का केंद्र बन रहा है। यहां राज्य की अदालत ने आदेश दिया है कि मेल से मतपत्रों को प्राप्त करने और गिनने की समय सीमा शुक्रवार, 6 नवंबर है। इस पर अभी सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय नहीं दिया है। उधर खबरों के मुताबिक ट्रंप ने कहा कि यदि गिनती में वह आगे रहते हैं तो वह समय से पहले चुनाव की रात को ही जीत की घोषणा कर सकते हैं, भले ही महत्वपूर्ण राज्यों में गिनती पूरी न हुई हो। वहीं बाइडेन अभियान ने भी खुद की जीत की घोषणा करने से इनकार नहीं किया है।

दोनों पक्षों के वकील तैयार हैं और 9.7 करोड़ मतदाता मतदान कर चुके हैं। वहीं इस देश में कोविड से 2,31,000 अमेरिकियों की मृत्यु हो चुकी है।(आईएएनएस)

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