प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर थे। जहां से पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत मिशन की शुरुआत। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में सरकार की कई उपलब्धियों का गुणगान तो किया ही साथ में विपक्ष पर जमकर निशाना भी साधा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद के लंबे कालखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितनी देश को जरूरत थी। देश में जिनकी लंबे समय तक सरकारें रहीं, उन्होंने देश के हेल्थकेयर सिस्टम के संपूर्ण विकास के बजाय, उसे सुविधाओं से वंचित रखा। यूपी में जिस तेजी के साथ नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, उसका बहुत अच्छा प्रभाव मेडिकल की सीटों और डॉक्टरों की संख्या पर पड़ेगा। ज्यादा सीटें होने की वजह से अब गरीब माता-पिता का बच्चा भी डॉक्टर बनने का सपना देख सकेगा और उसे पूरा कर सकेगा।
मोदी ने कहा कि जो काम दशकों पहले हो जाने चाहिए, उसे अब किया जा रहा है। हम पिछले सात साल से लगातार सुधार कर रहे हैं। अब बहुत बड़े स्केल पर इस काम को करना है। इस तरह का हेल्थ सिस्टम बनता है तो रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं। यह मिशन आर्थिक आत्मनिर्भरता का भी माध्यम है। स्वास्थ्य सेवा पैसा कमाने का जरिया नहीं है। पहले जनता का पैसा घोटालों में जाता था। आज बड़े बड़े प्रोजेक्ट में पैसा लग रहा है। आजादी के बाद 70 साल में जितने डॉक्टर मेडिकल कॉलेज से पढ़कर निकले हैं उससे ज्यादा अगले दस साल में मिलने जा रहे हैं। जब ज्यादा डॉक्टर होंगे तो गांव गांव में डॉक्टर उपलब्ध होंगे। यही नया भारत है जहां आकांक्षाओं से बढ़ते हुए नए नए काम हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश ने कोरोना महामारी से अपनी लड़ाई में 100 करोड़ वैक्सीन डोज के बड़े पड़ाव को पूरा किया है। बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से, मां गंगा के अविरल प्रताप से, काशीवासियों के अखंड विश्वास से, सबको मुफ्त वैक्सीन का अभियान सफलता से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के हेल्थ सेक्टर के अलग-अलग गैप्स को एड्रेस करने के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्च र मिशन के 3 बड़े पहलू हैं। पहला, डायग्नोनास्टिक और ट्रीटमेंट के लिए विस्तृत सुविधाओं के निर्माण से जुड़ा है। आज केंद्र और राज्य में वो सरकार है जो गरीब, दलित, शोषित-वंचित, पिछड़े, मध्यम वर्ग, सभी का दर्द समझती है।
कहा कि देश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए हम दिन रात एक कर रहे हैं। योजना का दूसरा पहलू, रोगों की जांच के लिए टेस्टिंग नेटवर्क से जुड़ा है। इस मिशन के तहत, बीमारियों की जांच, उनकी निगरानी कैसे हो, इसके लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्च र का विकास किया जाएगा
बीते सालों की एक और बड़ी उपलब्धि अगर काशी की रही है, तो वो है बीएचयू का फिर से दुनिया में श्रेष्ठता की तरफ अग्रसर होना। आज टेक्नॉलॉजी से लेकर हेल्थ तक, बीएचयू में अभूतपूर्व सुविधाएं तैयार हो रही हैं। देशभर से यहां युवा साथी पढ़ाई के लिए आ रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि छोटे शहरों में अगर अस्पताल थे तो इलाज करने वाले नहीं थे। बड़े शहरों की ओर भागो तो वहां भीड़ रहती थी। आज हेल्थ सिस्टम को सुधारा जा रहा है। कोशिश है कि बीमारी जल्द पकड़ में आए और देरी न हो। कोशिश है कि ब्लाक, तहसील स्तर तक सुविधाएं उपलब्ध हों। हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं। यहां बीमारियों को शुरूआत में ही पकड़ने की सुविधा होगी। यहां फ्री दवा, फ्री सलाह सबकुछ फ्री मिलेगा। बीमारी जल्द पता चलती है तो उसका इलाज आसान होगा। सवा सौ जिलों में रेफरल की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा राज्यों में भी सर्जरी से जुड़े नेटवर्क को सशक्त किया जा रहा है।
Input: IANS; Edited By: Lakshay Gupta