भारत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सहायता के रूप में ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर्स, हॉस्पिटल बेड और चिकित्सा से संबंधित जरूरी उपकरणों की आपूर्ति कराए जाने का संकल्प लिया है। डब्ल्यूएचओ तमाम प्रयोगशालाओं में चीजों की आपूर्ति को बढ़ाए जाने की दिशा में भी काम कर रहा है, जिसमें 12 लाख रीजेंट्स भी शामिल हैं। इसके अलावा, 20 से 30 बेडों की क्षमता वाले मोबाइल फील्ड हॉस्पिटल को बनाए जाने पर भी काम चल रहा है ताकि इन्हें अधिक प्रभावित क्षेत्रों में लगाया जा सके। देश में ऑक्सीजन की बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए डब्ल्यूएचओ की तरफ से 4,000 ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर्स भी विमानों की मदद से भेजे जाएंगे।
संगठन का कहना है कि इस महत्वपूर्ण घड़ी में सहायता करने के लिए आगे आना सबसे महत्वपूर्ण है।
कोविड-19 के मामलों में निरंतर वृद्धि होने के चलते स्वास्थ्य प्रणाली पर भारी दबाव पड़ा है। (Wikimedia Commons)
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दक्षिण-पूर्व एशिया प्रांत के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने बुधवार को अपने दिए एक बयान में कहा, "कोविड-19 के मामलों में निरंतर वृद्धि होने के चलते स्वास्थ्य प्रणाली पर भारी दबाव पड़ा है। लोगों की जिंदगी को बचाने के लिए हमारे लिए यह आवश्यक है कि हमें इन्हें चिकित्सकीय आपूर्ति अधिक से अधिक व जल्द से जल्द कराए ताकि अस्पतालों की क्षमताओं में वृद्धि हो।" (आईएएनएस-SM)