प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को कहा कि 5जी तकनीक (5G Technology) भारतीय अर्थव्यवस्था में 450 अरब अमेरिकी डॉलर का योगदान देगी। उन्होंने देश की प्रगति में दूरसंचार क्षेत्र की भूमिका को रेखांकित करते हुए यह भी कहा कि इस दशक के अंत तक देश अपनी खुद की 6जी सेवाएं शुरू करने में सक्षम हो जाएगा।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "अनुमान है कि आने वाले समय में, 5जी ( 5G Technology) भारतीय अर्थव्यवस्था में 450 अरब अमेरिकी डॉलर का योगदान देगा। इससे न केवल इंटरनेट की गति तेज होगी, बल्कि विकास और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।"
उन्होंने (Narendra Modi) कहा, "इस दशक के अंत तक हम 6जी सेवाएं शुरू करने में सक्षम होंगे, हमारी टास्क फोर्स इस पर काम कर रही है। हमारे प्रयासों से हमारे स्टार्टअप्स को टेलीकॉम सेक्टर और 5जी टेक्नोलॉजी में ग्लोबल चैंपियन बनने में मदद मिलेगी।" उन्होंने एक बहु-संस्थान सहयोगी परियोजना द्वारा विकसित एक 5जी टेस्ट बेड लॉन्च किया, जिसमें आईआईटी मद्रास के नेतृत्व में आठ संस्थान शामिल थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, "5जी टेस्ट बेड दूरसंचार क्षेत्र में महत्वपूर्ण और आधुनिक तकनीक पर देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 5जी तकनीक देश के शासन, जीवन में आसानी और व्यापार करने में आसानी में भी सकारात्मक बदलाव लाने जा रही है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुविधा कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे और रसद जैसे हर क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगी, जिससे रोजगार के व्यापक अवसर पैदा होंगे।
2014 से पहले की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विकास धीमा था और पिछले आठ वर्षो में निवेश 2014 की तुलना में डेढ़ गुना अधिक हो गया है। सरकार द्वारा की गई नई पहल के साथ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत में कॉल और डेटा दरें अन्य देशों की तुलना में सस्ती हैं।
आईएएनएस (LG)