Aditi Rao Hydari’s Gaja Gamini walk : कामसूत्र में ही हथ‍िनी की चाल को भी अत्‍यंत कामुक माना गया है। (Wikimedia Commons) 
मनोरंजन

क्या है ‘गजगाम‍िनी’ वॉक ? अदिति राव के इस वॉक पर मदहोश हुए दर्शक

न्यूज़ग्राम डेस्क

Aditi Rao Hydari’s Gaja Gamini walk : वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ का एक गाना “सैया हटो जाओ” में अदिति राव ‘गजगाम‍िनी’ वॉक करती हुई नजर आ रही है और दर्शक उनके इस वॉक पर फिदा हो गए हैं। चारों तरफ उनके द्वारा किए गए ‘गजगाम‍िनी’ वॉक की प्रशंसा हो रही है। आपको बता दें सालों पहले आचार्य वात्स्यायन ने ‘कामसूत्र’ ल‍िखा था, ज‍िसमें ‘गजगाम‍िनी’ चाल का ज‍िक्र क‍िया गया है। न‍िर्देशक संजय लीला भंसाली की पहली वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ यूं तो कई वजह से खबरों में हैं लेकिन इसी सीरीज का एक क्‍लिप हमें सीधे वात्‍स्‍यायन के ‘कामसूत्र’ की तरफ ले जाता है।

क्‍या है गजगाम‍िनी वॉक

‘कामसूत्र’ भारत के सबसे पुराने हिंदू पाठों में से एक है। कामसूत्र के अनुसार, हस्तिनी या हाथनी को सबसे उत्कृष्ट स्त्री माना जाता है। कामसूत्र में ही हथ‍िनी की चाल को भी अत्‍यंत कामुक माना गया है। आचार्य वात्स्यायन का कामसूत्र भारतीय सनातन ज्ञान की एक अनूठी विरासत है, ज‍िसकी प्रासंगिकता आज भी है। इस ग्रंथ की रचना करीब डेढ़ से ढाई हजार साल पहले की गई थी। कहा जाता है कि कामसूत्र खुद कोई मूल ग्रंथ नहीं है, बल्कि ब्रह्मा जी द्वारा धर्म, अर्थ और काम के नियमन और व्यवस्था के लिए तैयार किए गए संविधान के ‘काम’ वाले हिस्से का छोटा रूप है।

‘हीरामंडी’ में अदिति राव हैदरी से पहले भी फिल्‍म ‘मुगल-ए-आजम’ में इस चाल को चलते हुए मधुबाला नजर आ चुकी हैं। (Wikimedia Commons)

मधुबाला भी कर चुकी है गजगाम‍िनी वॉक

‘गजगाम‍िनी’ शब्‍द का प्रयोग महाभारत में भी हुआ है। देवदत्त पट्टानायक ने अपनी क‍िताब में लिखा है, “महाभारत में, द्रौपदी जैसी रानियों को मद-गज-गामिनी के रूप में संबोधित किया गया, जो गाय-हाथी की तरह रस में चलने वाली स्त्रियां हैं।” दरअसल, पुराने समय में स्‍त्र‍ियों का भरा हुआ शरीर कामुक और सौंदर्य से परिपूर्ण माना जाता था। ‘हीरामंडी’ में अदिति राव हैदरी से पहले भी फिल्‍म ‘मुगल-ए-आजम’ में इस चाल को चलते हुए मधुबाला नजर आ चुकी हैं। ‘गजगाम‍िनी’ अंदाज ने जानेमाने पेंटर एम. एफ. हुसैन को भी आकर्ष‍ित क‍िया था। इसी कारण उन्‍होंने साल 2000 में इसी नाम से एक फिल्‍म ‘गजगाम‍िनी’ बनाई थी, ज‍िसमें उन्‍होंने एक्‍ट्रेस माधुरी दीक्षित को लि‍या था।

"दिल्ली सरकार के झूठ का कोई अंत नहीं है": बीएलपी अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मॉडल पर कसा तंज

“दिल्ली में शासन व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है”: डॉ. रायज़ादा ने केजरीवाल सरकार पर सीवेज की सफाई के भुगतान न करने पर किया हमला

“हमारा सच्चा भगवान है भारत का संविधान” : बीएलपी अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा

संसद में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा हो पुनः स्थापित: भारतीय लिबरल पार्टी

बीएलपी अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा ने महिला डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या के खिलाफ आवाज उठाते चिकित्सा समुदाय के पूरा समर्थन दिया