"द कश्मीर फाइल्स" और "कार्तिकेय 2" के निर्देशक IANS
मनोरंजन

"द कश्मीर फाइल्स" और "कार्तिकेय 2" के सफल होने के बाद निर्देशक ने किया ये काम

हैदराबाद में जेआरसी कन्वेंशन में चंद्रकला फाउंडेशन का तीसरा सार्थक दिवस मनाया गया।

न्यूज़ग्राम डेस्क

'द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files)' और 'कार्तिकेय 2 (Karthikeya 2)' जैसी सफल फिल्मों के निर्माण के लिए जाने जाने वाले अभिषेक अग्रवाल (Abhishek Agarwal) ने तेलंगाना (Telangana) के रंगारेड्डी (Ranga Reddy) जिले के एक गांव को गोद लिया है। निर्माता ने रंगारेड्डी जिले के कंदुकुरु मंडल में थिम्मापुर नामक एक गांव को गोद लिया। दिलचस्प बात यह है कि थिम्मापुर केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी का जन्मस्थान है।

निर्माता, जिन्होंने लोगों की सेवा के लिए चंद्रकला फाउंडेशन (Chandrakala Foundation) नामक एक फाउंडेशन की स्थापना की, ने अपने पिता तेज नारायण अग्रवाल के 60 वें जन्मदिन के अवसर पर थिम्मापुर गांव को गोद लिया।

हाल ही में, हैदराबाद में जेआरसी कन्वेंशन में चंद्रकला फाउंडेशन का तीसरा सार्थक दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें थिम्मापुर के छात्रों ने भी भाग लिया।

इस अवसर पर बोलते हुए अभिनेता अनुपम खेर (Anupam Kher) ने कहा, "अभिषेक अग्रवाल के अपने पिता के जन्मदिन पर एक गांव गोद लेने से बहुत खुशी होती हैं। महान कर्म करने वालों पर सभी का आशीर्वाद होता हैं। हम अभिषेक अग्रवाल के साथ हैं। हम फिर से थिम्मापुर में मिलेंगे। मेरा सभी छात्रों को आशीर्वाद।"

"लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।"

अभिनेता अनुपम खेर

बैडमिंटन स्टार पी.वी. सिंधु (P.V. Sindhu) ने कहा कि गांव गोद लेना कोई छोटी बात नहीं हैं। और बताया कि परिवार ने गांव के लोगों को सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने का निर्णय लिया हैं। उन्होंने कहा, "गांव के छात्रों को भी अच्छी तरह से पढ़ना चाहिए और दूसरों को प्रेरित करना चाहिए।"

निदेशक विवेक अग्निहोत्री ने कहा, "देहात भारत की रीढ़ है। गांव सभ्यता और संस्कृति के केंद्र हैं। ऐसे गांवों को विकास के पथ पर लाना ही सच्चा धर्म और देशभक्ति हैं।"

आईएएनएस/PT

भगवान जगन्नाथ का रथ खींचती हैं जो रस्सियाँ, उनके पीछे छिपा है एक आदिवासी समाज!

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह

जहां धरती के नीचे है खजाना, वहां ऊपर क्यों है गरीबी का राज? झारखंड की अनकही कहानी