फिल्म की कहानी मुख्य रूप से किसानों के संघर्ष और उनके अधिकारों के लिए लड़ाई पर केंद्रित है।
आईएएनएस से कई दर्शकों ने बात करते हुए फिल्म की सामाजिक प्रासंगिकता को सराहा और कहा कि फिल्म ने इस गंभीर विषय को प्रभावी तरीके से पेश किया है।
अक्षय कुमार और अरशद वारसी दोनों की एक्टिंग को लोगों ने काफी पसंद किया। लोगों की मानें तो उन्हें अक्षय का रोल थोड़ा ज्यादा अहम नजर आया। इसके साथ ही फिल्म के निर्देशन को भी कई दर्शकों ने बेहतर बताया। कुछ लोगों ने महसूस किया कि फिल्म की एडिटिंग और रफ्तार थोड़ी कमजोर रही, जिससे पहला हिस्सा धीमा लगता है।
आईएएनएस से दर्शकों ने कहा, "फिल्म का पहला हिस्सा कुछ ज्यादा खिंचा हुआ महसूस हुआ, लेकिन दूसरे हिस्से में कहानी में जान आ गई और फिल्म ज्यादा रोमांचक लगने लगी। फिल्म की यह खासियत रही कि यह फ्रेंचाइजी की पिछली दो फिल्मों से थोड़ी अलग थी क्योंकि यह पूरी तरह कोर्ट रूम ड्रामा पर आधारित नहीं थी, बल्कि इसमें अलग तरह से कहानी कही गई।"
कुछ दर्शकों का कहना है कि इस फिल्म में मजा और उत्साह उतना नहीं था, जो पहले की फिल्मों में था। अक्षय कुमार और अरशद वारसी की केमिस्ट्री को अधिकतर लोगों ने फिल्म का सबसे बड़ा आकर्षण बताया।
फिल्म में सामाजिक संदेश की कड़ी को ध्यान में रखते हुए, दर्शकों ने इसे एक प्रयास माना जो समाज की कुछ बड़ी समस्याओं को उजागर करता है। जहां एक तरफ फिल्म की कहानी और अभिनय की तारीफ हुई, दूसरी ओर फिल्म की लंबाई और धीमी कहानी को लेकर कुछ आलोचनाएं भी सामने आईं।
कुछ दर्शकों ने यह भी कहा, "फिल्म की ताकत यह है कि यह किसानों की लड़ाई को न केवल दिखाती है, बल्कि उनसे जुड़ी भावनाओं को भी सामने लाती है। इसलिए, यह फिल्म उन लोगों के लिए जरूर देखनी चाहिए, जो सामाजिक मुद्दों वाली फिल्मों में रुचि रखते हैं।"
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