अगर बॉलीवुड में किसी ऐसे चेहरे ने बिना चमक-दमक के लोगों के दिलों पर राज किया है, तो वह हैं ओम पुरी। थिएटर से लेकर बॉलीवुड, हॉलीवुड और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों तक, उन्होंने अपनी शानदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी भारी आवाज़ और गंभीर आंखों में ऐसा असर था कि वह जिस भी किरदार को निभाते, उसे ज़िंदा कर देते थे।
एक कलाकार के रूप में उन्हें खूब सम्मान और पहचान मिली। लेकिन जैसे-जैसे वह अपने करियर में ऊँचाइयों पर पहुंचे, उनकी निजी ज़िंदगी में परेशानियां भी बढ़ती गईं। एक तरफ जहां उन्हें उनकी एक्टिंग के लिए हमेशा याद किया जाता है, वहीं दूसरी ओर उनके रिश्ते और निजी फैसले अक्सर विवादों में रहे।
ओम पुरी की ज़िंदगी में कई रिश्ते आए, हर रिश्ता अपने साथ एक नई कहानी और चर्चा लेकर आया। यह कहानी है एक ऐसे कलाकार की, जिसने अभिनय में मिसाल कायम की, लेकिन निजी ज़िंदगी में उलझनों और संघर्षों में घिरा रहा।
जब ओम पुरी ने किया था सीमा कपूर का प्रपोजल स्वीकार
सीमा कपूर, मशहूर एक्टर अनु कपूर की बहन हैं। एक समय था जब वह थिएटर में काम करती थीं और वहीं उनकी मुलाकात ओम पुरी से हुई। धीरे-धीरे सीमा का दिल ओम पुरी पर आ गया और उन्होंने उनसे अपने प्यार का इज़हार कर दिया। लेकिन उस समय ओम पुरी किसी और को पसंद करते थे, इसलिए उन्होंने सीमा का प्रस्ताव ठुकरा दिया।
हालांकि, करीब 11 साल बाद, साल 1990 में, ओम पुरी और सीमा कपूर की शादी हो गई। ओम पुरी उम्र में सीमा से करीब 11 साल बड़े थे, शादी के बाद कुछ समय तक सब ठीक चला। सीमा कपूर गर्भवती भी हुईं, लेकिन इसी दौरान ओम पुरी का दिल किसी और पर आ गया।
ओम पुरी का एक दूसरी महिला से अफेयर शुरू हो गया, और उन्होंने ना सिर्फ अपनी पत्नी को नजरअंदाज़ किया बल्कि अपने होने वाले बच्चे को भी अपनाने से इंकार कर दिया। सीमा ने रिश्ते को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन ओम पुरी ने दूरी बना ली। आखिरकार, सीमा कपूर ने 6 लाख रुपये की एलीमनी (तलाक के बदले राशि) लेकर ओम पुरी से अलग होने का फैसला किया। इस तलाक के बाद उन्हें अपने बच्चों से भी दूर होना पड़ा।
जब एक जर्नलिस्ट से हुआ था ओम पुरी को प्यार
जहां एक तरफ ओम पुरी और सीमा कपूर की शादी को कुछ महीने ही हुए थे और सीमा प्रेग्नेंट थी वहीं दूसरी तरफ ओम पुरी को जर्नलिस्ट नंदिता पुरी से प्यार हो गया। कोलकाता में एक इंटरव्यू के दौरान नंदिता से ओम पुरी की मुलाकात हुई। शादीशुदा होते हुए भी ओम पुरी का नंदिता से अफेयर था। पहली बीवी से तलाक के बाद 1993 में ओम पुरी ने नंदिता पुरी से शादी कर ली और उनसे एक बेटा भी है जिसका नाम ईशान है। नंदिता और ओम पुरी की शादीशुदा जिंदगी काफी बेहतरीन चल रही थी तभी ओमपुरी के जीवन में एक भूचाल आया जिसने उनके शादीशुदा जिंदगी और उनकी निजी जिंदगी को भी काफी छती पहुंचाई और उनकी काफी बदनामी भी हुई। ओम पुरी के जीवन का यह एक ऐसा फेज था जब उन्होंने अकेले ही काफी कुछ झेला।
जब ओम पुरी पर लगे थे गंभीर आरोप
ओम पुरी की दूसरी पत्नी नंदिता पुरी एक जर्नलिस्ट थी, उन्होंने ओम पुरी के जीवन की एक बायोग्राफी लिखी जिसका नाम था, ‘अनलाइकली हीरो : ओम पुरी’। इस किताब में नंदिता ने ओमपुरी के जीवन की हर छोटी से छोटी बातों को लिख डाला। उन्होंने ओम पुरी के बचपन की कहानी से लेकर जवानी तक की सभी दिलचस्प किस्सों को बेहद बारिकी से बताया। हालांकि इस किताब के लॉन्च होने के बाद से ही दोनों के बीच में विवाद शुरू हो गया था और जिसका अंत काफी दर्दनाक रहा। नंदिता के इस किताब ने ओम पुरी की जिंदगी बदल दी, क्योंकि इस किताब में ओमपुरी के नाजायज संबंध पर काफी कुछ लिखा था। ये किताब साल 2009 में आई थी।
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नंदिता द्वारा लिखी गई बायोग्राफी के अनुसार ओम पुरी ने 14 साल की उम्र में अपने घर की नौकरानी के साथ संबंध बनाया। जिसकी उम्र 55 की थी। इतना ही नहीं ओम पुरी उस महिला को प्यार करते थे क्योंकि वो महिला उनके पिता और घर के अन्य लोगों का ख्याल रखती थी। इस किताब के जारी होते ही ओम पुरी बुरी तरह से विवादों के घेरे में आ गए थे। उनकी इमेज पर लोगों ने सवाल खड़ा कर दिया था। हालांकि जब इस बारे में ओम पुरी ने कई इंटरव्यू के दौरान यह कहा था कि उनकी पत्नी ने सब लोगों के सामने उन्हें एक गिरे हुए इंसान के रूप में पेश किया है। उनकी छवि को खराब कर दिया।
घरेलू हिंसा के लगे थे आरोप
इस किताब के बाद ओम पुरी और नंदिता के रिश्ते में काफी कड़वाहट आने लगी और ओम पुरी अपनी मौजूदा पत्नी को छोड़कर अपनी पहली पत्नी सीमा कपूर के साथ जाकर रहने लगे। यह देखकर नंदिता काफी नाराज हुई और उन्होंने ओम पुरी पर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए। यानी कि बॉलीवुड में जितनी मेहनत से ओमपुरी ने अपनी एक छवि बनाई थी उनके जीवन के अंत तक आते-आते वह सभी छवि धूमिल हो गई। आपको बतादें कि 2016 में नंदिता और ओम पुरी कानूनी तौर पर अलग हो गए और 2017 में ओम पुरी ने आखिरी सांस ली।
निष्कर्ष:
ओम पुरी ने अपने अभिनय से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में जो पहचान बनाई, वह काबिल-ए-तारीफ है। थिएटर से लेकर हॉलीवुड तक, उन्होंने बिना ग्लैमर के सिर्फ अपनी अदाकारी के दम पर लोगों के दिलों में जगह बनाई। लेकिन उनकी निजी ज़िंदगी हमेशा उथल-पुथल से भरी रही।
सीमा कपूर से उनका रिश्ता प्यार से शुरू हुआ लेकिन विश्वास और वफादारी की कमी ने इसे बर्बादी की ओर धकेल दिया। दूसरी पत्नी नंदिता पुरी से भी रिश्ता विवादों और आरोपों से घिरा रहा। नंदिता की लिखी किताब ने ओम पुरी की छवि को भारी नुकसान पहुँचाया और अंततः यह रिश्ता भी टूट गया।
घरेलू हिंसा, प्रेम प्रसंग, और सार्वजनिक विवादों ने उनके निजी जीवन को उतना ही जटिल बना दिया जितना कि उनका अभिनय करियर सफल था। ओम पुरी एक संवेदनशील कलाकार तो थे, लेकिन निजी मोर्चे पर वो संतुलन नहीं बना पाए। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि एक कलाकार का जीवन परदे के पीछे उतना ही जटिल और पीड़ादायक हो सकता है, जितना पर्दे पर वह सरल और प्रभावशाली दिखता है।
Rh/SP