Sharmila Tagore -' कश्मीर की कली', 'आराधना', 'अनुपमा', और ' चुपके-चुपके' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों से इन्होंने अपने फैंस के दिलों में राज किया है उन्हें दो बार नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है और वो मशहूर साहित्यकार और कवि रविंद्रनाथ टैगोर के परिवार से हैं। वो रविंद्र नाथ टैगोर के छोटे भाई की नातिन हैं। दरहसल, हम शर्मिला टैगोर के बारे में बात कर रहे है।
60 और 70 के दशक में जब लड़कियां और महिलाओं को कुछ कहने या करने की आजादी नहीं होती थी उस दौर में इस अदाकार ने वो किया, जो कोई दूसरी एक्ट्रेस ने सोचा भी नहीं होगा। सत्यजीत रे की बांग्ला फिल्म 'अपुर संसार' से उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। इसके बाद शर्मिला ने बॉलीवुड में कदम रखा। उनकी पहली फिल्म थी 'कश्मीर की कली'। पहली फिल्म से उन्हें फेम मिलने लगा और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
हाल ही में शर्मिला टैगोर 'कॉफी विद करण' में पहुंचीं थी, जहां उन्होंने इस फिल्म से जुड़े किस्से का जिक्र सुनाया। उन्होंने कहा कि 1967 में आई शक्ति सामंता निर्देशित इस फिल्म के लिए उन्हें बिकनी में शूट करना था। ये उस समय के लिए बहुत बड़ी बात थी। पहली बार कोई एक्ट्रेस टू पीस में पर्दे पर आने वाली थी। जब इस सीन की शूटिंग की जा रही थी, तब कैमरापर्सन से लेकर टीम में मौजूद सभी लोग परेशान हो गए थे, क्योंकि ये सबके लिए नई बात थी। शर्मिला ने कहा कि आज ये चीजे बहुत सामान्य लगती है लेकिन तब ये टैबू थीं। इस फिल्म के लिए उन्हें देशभर में जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा था। इस मामले को लेकर पार्लियामेंट तक में सवाल पूछे गए।
उन्होंने बताया कि वो अकेले रहने लगीं और इसके बाद वो फिल्म्स की स्क्रिप्ट चुनने में सावधानी बरतने लगीं
कॉफी विद करण में शर्मिला टैगोर ने बताया कि वो अपने जमाने की ऐसी एक्ट्रेस थीं, जो हिप्स्टर्स पहनती थीं।उन्होंने ये भी बताया कि बॉलीवुड में उस जमाने में कोई एक्ट्रेस ऐसी नहीं थी, जो रैप पार्टी में जाती रही हो लेकिन वो जाती भी थीं और फुल मस्ती करती थीं
मशहूर क्रिकेटर मंसूर अली खान के प्यार में पड़ीं शर्मिला ने अपना धर्म बदलकर उनसे शादी की थी और सास के आने की खबर को सुनने के बाद उन्होंने आनन-फानन में अपनी सास के डर से अपने ड्राइवर को भेजकर बिकिनी पोस्टर हटवाए थे।