दरअसल अभिनेता गजेंद्र सिंह चौहान (Gajendra Singh Chauhan) ने 10 दिसंबर को फेसबुक पर डी-मार्ट पर ड्राई फ्रूट्स बेहद सस्ते दामों में उपलब्ध होने का एक विज्ञापन देखा। ड्राई फ्रूट्स खरीदने के लिए उन्होंने विज्ञापन के लिंक पर क्लिक किया और अपने वेरिफिकेशन के लिए अपने बैंक खाते की ओटीपी भी शेयर कर दी। ओटीपी शेयर होने के तुरंत बाद ही उनके फोन पर 98 हजार रुपए के डिडक्शन का मैसेज आ गया। गजेंद्र चौहान ने तुरंत ओशीवारा पुलिस स्टेशन में साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के बाद ओशिवरा पुलिस स्टेशन की साइबर सेल (Cyber Cell) की तत्परता और कुशल कार्रवाई से रकम को रिकवर कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय चव्हाण तथा पुलिस निरीक्षक आनंद पगारे ने साइबर सेल के अधिकारी पुलिस उप निरीक्षक शरद देवरे, एएसआई अशोक कोंडे और पुलिस कांस्टेबल विक्रम सरनोब की मदद से मामले को सुलझाया।
साइबर सेल के अधिकारियों ने पाया कि ठगी की रकम राजोरपे से क्रोमा की तरफ ट्रांसफर की जा रही है। सेल अधिकारियों ने राशि को होल्ड करवाया और रकम को वापस अभिनेता के खाते में ट्रांसफर कराया।
घटना के बाद अभिनेता गजेंद्र सिंह चौहान ने लोगों से अपील की है कि वे सस्ते और भारी डिस्काउंट के झांसे में न आएं, क्योंकि ऐसे विज्ञापन फर्जी होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर वे साइबर ठगी (Cyber Fraud) के शिकार हो गए हैं तो बिना किसी देरी के अपनी स्थानीय पुलिस से संपर्क करें। किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की स्थिति में तुरंत 1930 पर कॉल करें।
बता दें कि साइबर ठगों के झांसों से बचाने के लिए सरकार और देशभर की पुलिस अभियान चलाती है और किसी भी अनजाने लिंक पर क्लिक न करने और ओटीपी शेयर न करने की सलाह देती है।
अभिनेता गजेंद्र सिंह चौहान टीवी सीरियल (TV Serial) से लेकर कई फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। वे 2000 में आई 'बिल्ला नंबर 786', 2002 में आई 'तुमको ना भूल पाएंगे' और 2015 में आई '1920 लंदन' समेत कई फिल्मों में दिख चुके हैं।
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