दूसरे देशों की सत्ता को पलटना अमेरिकी विदेश नीति का सार है। यह बात चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 18 जुलाई को पेइचिंग में आयोजित एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कही।
इससे पहले अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्रपति के सुरक्षा मामलों के सहायक जॉन रोबर्ट बेल्टन ने एक साक्षात्कार में यह मान्यता दी कि उन्होंने अन्य देशों के तख्तापलट की योजना बनायी थी। यह अमेरिका के लिए सामान्य बात है। इसकी चर्चा में वांग वनपिन ने कहा कि कई वर्षों में अमेरिका ने क्रमश: लातिन अमेरिका, मध्य पूर्व और यूरेशियाई क्षेत्र में राजनीतिक अस्थिरता या रंगीन क्रांति की रचना की। अमेरिकी राजनेताओं ने दूसरे देशों के मामलों में दखलंदाजी करने को सुनिश्चित करने के लिए सीधे दूसरे देशों की विपक्षी पार्टियों का समर्थन कर राजनीतिक प्रतिरोध छेड़ने की कोशिश भी की। इसे विश्व के लोगों द्वारा मान्यता नहीं दी जा सकती है।
हालिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और सऊदी अरब संयुक्त रूप से 5G और 6G तकनीक का विकास करेंगे और चीन समेत अन्य तकनीक प्लेटफार्म पर प्रतिस्पर्धा की श्रेष्ठता को हासिल करेंगे। इसकी चर्चा में चीनी प्रवक्ता वांग वनपिन ने कहा कि प्रशासनिक उपायों से 5G के विकास, प्रयोग और सहयोग में हस्तक्षेप करने, यहां तक कि धमकी देने से यह काम करने से विश्व में, विशेषकर विकासशील देशों में 5G के प्रसार के लिए लाभदायक नहीं है, साथ ही न्यायपूर्ण प्रतिसपर्धा के सिद्धांत का उल्लंघन भी है, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समान हितों से मेल नहीं खाता है।
चीन को विश्वास है कि मध्य पूर्व के खाड़ी देशों समेत विश्व के अधिकांश देश स्वतंत्रता के आधार पर खुद के हित से मेल खाने वाली नीति चुनेंगे और चीनी उद्यमों सहित सभी देशों के उद्यमों के लिए खुला, न्यायपूर्ण, निष्पक्ष और भेदभाव रहित व्यापार माहौल प्रदान करेंगे।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
(आईएएनएस/AV)