एक घर बनता है इंसानों से। बिना इंसानों के तो वो एक ईंट-पत्थर का बना ढांचा भर है। कभी सोचिए कि आपको यदि पता चले किसी ऐसी जगह के बारे में जहां घर तो हैं पर कोई इंसान नहीं, तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी। जी हाँ, आपने सही सुना। कुछ ऐसा ही हमें देखने को मिला है हमारे पड़ोसी देश चीन में जहां एक ऐसस ही शहर है, जो आलीशान घरों से भरा हुआ है पर आज की तारीख में बस भूतिया शहर बनकर रह गया है। इस शहर में आपको दूर-दूर तक कोई इंसान नहीं नजर आएगा, नजर आएगा तो सिर्फ और सिर्फ खूबसूरत मकान जो खाली पड़े हुए हैं।
मकान तो वैसे भी वीरान और बंजर ही होते हैं। इसमें रहने वाले लोग ही इसे घर बनाते हैं। जिस जमाने में छोटे से छोटे घर की भी कीमत आसमान छू रही है वहीं चीन के शहर में इन घरों में कोई फ्री में रहने को भी तैयार नहीं।
चीन के उत्तर पूर्वी प्रांत ग्रीनलैंड में ऐसा ही हुआ है। यहां कभी देश के सबसे रईस लोगों का ठिकाना होना था लेकिन अब यहां सिर्फ भूत-प्रेत ही बसते हैं।
यह मामला 2010 का है जिसे ग्रीनलैंड कंपनी ने शुरू किया था। दरअसल ग्रीनलैंड के लिए ऑनिंग में चीन के सबसे अमीर लोगों के लिए 260 मेनशन प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी। यहां 2 साल तक पूरे जोरों शोरों से काम चला जिसकी तमाम तस्वीरें इंटरनेट पर मौजूद भी है। लेकिन अचानक से इस प्रोजेक्ट को अधूरा छोड़ दिया गया इसकी असल वजह तो कोई नहीं जानता मगर कुछ लोगों का कहना है कि यह शायद खरीददार ना मिलने के कारण हुआ या कंपनी के पास फंड की कमी के कारण। पर कुछ भी कहो, अब इस 260 विला वाले शहर को भूतों का शहर कहा जाता है।
अब यहां बने हुए घरों में मवेशियों को बांधा जाता है और साथ ही यहां किसानों का कब्जा है। इन खूबसूरत घरों के अंदर पेड़ पौधे उग आए हैं और गाय बछड़े घूमते रहते हैं।