चीनी विदेश मंत्रालय (Ministry of Foreign Affairs of the People's Republic of China) के प्रवक्ता चाओ लीच्येन ने 6 जून को पेइचिंग में आयोजित एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हर बार के वैश्विक अनाज सकंट के पीछे अमेरिका का हाथ रहा है। खाद्यान्न संकट (Food Crisis) के समाधान के लिए शांतिपूर्ण और स्थिर वातावरण की तैयारी करने के लिए हालिया परिस्थिति में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को प्रयास कर शांति वार्ता को प्रोत्साहन देना चाहिए। मनमाने ढंग से प्रतिबंध लगाना क्षेत्रीय परिस्थिति के तनाव में शैथिल्य लाने के लिए लाभदायक नहीं है, जबकि अनाज संकट की स्थिति इससे और तीव्र होगी। चाओ ने जोर दिया कि अस्तित्व का अधिकार सबसे बड़ा मानवाधिकार है। भूख की समस्या पूरी मानव जाति की समान शत्रु है। सब लोगों को इस संकट को हल करने का प्रयास करना चाहिए। संवाददाता सम्मेलन में चीनी प्रवक्ता चाओ ने फिर एक बार अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन की चीनी धमकी दलील का खंडन किया। उन्होंने कहा कि धमकी देने वाली कूटनीति अपनाने वाला देश अमेरिका ही है। चीन कभी किसी को धमकी नहीं देता है और दूसरे देश की धमकी की कूटनीति अपनाने का कड़ा विरोध भी करता है। अमेरिका को दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी देना बंद करना चाहिए, एकतरफा पाबंदी लगाना बंद करना चाहिए, दूसरे देशों के उच्च तकनीक उद्यमों को दबाव डालने की कार्रवाइयों को बंद करना चाहिए। चीन विश्व के सभी न्यायपूर्ण देशों के साथ सभी धमकी देने की कार्रवाइयों का विरोध करेगा।
(आईएएनएस/PS)