किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक  (IANS)

 

जानवरों से प्राप्त सामग्री के इस्तेमाल के बिना

अंतर्राष्ट्रीय

जानवरों से प्राप्त सामग्री के इस्तेमाल के बिना होगा किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक

नए तेल में तिल, गुलाब, चमेली, दालचीनी, नेरोली और बेंजोइन के मिश्रण के साथ सुगंधित जैतून का तेल शामिल है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूजग्राम हिंदी: किंग चार्ल्स तृतीय (King Charles III) के 6 मई को होने वाले राज्याभिषेक के दौरान जिस तेल का इस्तेमाल किया जाएगा, उसमें जानवरों से प्राप्त सामग्री नहीं होगी। मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, राज्याभिषेक के लिए क्रिस्म ऑयल को शुक्रवार को येरूशलम के पैट्रिआर्क और येरुशलम के एंग्लिकन आर्कबिशप द्वारा चर्च ऑफ द होली सेपल्चर में पवित्र किया गया।

चर्च ऑफ द होली सीपुलचर शहर के सबसे पवित्र ईसाई स्थलों में से एक है। नए तेल में तिल, गुलाब, चमेली, दालचीनी, नेरोली और बेंजोइन के मिश्रण के साथ सुगंधित जैतून का तेल शामिल है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, कैंटरबरी के आर्कबिशप जस्टिन वेल्बी ने माउंट ऑफ ऑलिव्स से तेल के उपयोग का स्वागत किया, जो यरुशलम के बाहर एक जगह है जहां बाइबिल (Bible) के कई संबंध हैं। आर्कबिशप ने कहा,यह राज्याभिषेक, बाइबिल और पवित्र भूमि के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंध को प्रदर्शित करता है। प्राचीन काल से राजाओं को इस पवित्र स्थान से निकाले गए तेल से अभिषेक किया जाता रहा है।

आईएएनएस/PT

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह

जहां धरती के नीचे है खजाना, वहां ऊपर क्यों है गरीबी का राज? झारखंड की अनकही कहानी

'कैप्टन कूल' सिर्फ नाम नहीं, अब बनने जा रहा है ब्रांड!

धोखे, दर्द और हिम्मत : जीबी रोड (GB Road) से बचाई गई एक अफगान छात्रा की कहानी

राजा, रियासत और राजनीति: सिक्किम के भारत में विलय की अनसुनी कहानी