मिजोरम की नौ नर्स जापान में स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर (IANS) स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर
अंतर्राष्ट्रीय

मिजोरम की नौ नर्स जापान में स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर के रूप में काम करेगी

मिजोरम सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि नौ मिजो नर्सों को दिल्ली (Delhi) में जापानी भाषा के प्रशिक्षण के लिए पहले बैच के रूप में चुना गया है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

नौ मिजोरम (Mizoram) नर्सों को जापान (Japan) में स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर के रूप में काम करने के लिए चुना गया है, जो देखभाल और नर्सिंग कौशल और दृष्टिकोण के लिए जानी जाती हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मिजोरम सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि नौ मिजो नर्सों को दिल्ली (Delhi) में जापानी भाषा के प्रशिक्षण के लिए पहले बैच के रूप में चुना गया है।

भाषा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के पूरा होने के बाद, योग्य उम्मीदवारों को भारत सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में 'स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर (Specified Skilled Worker)' के रूप में काम करने के लिए जापान भेजा जाएगा। अधिकारी ने कहा कि और अधिक नर्स प्रशिक्षुओं के विदेशों में काम करने के इस अवसर का उपयोग करने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि विशिष्ट विशेषज्ञता और कौशल के साथ विदेशी मानव संसाधनों को स्वीकार करके जापान में श्रम की गंभीर कमी को दूर करने के लिए, भारत और जापान ने पिछले साल जनवरी में 'विशिष्ट कुशल श्रमिकों' की नियुक्ति के लिए एक सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। परियोजना शुरू करने के लिए, जापानी बुजुर्ग देखभाल सुविधाओं, अस्पतालों और अन्य मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य संस्थानों में काम करने के लिए नर्सिंग पेशेवरों के लिए 50 नर्सिंग देखभाल कर्मचारियों का प्रशिक्षण और प्लेसमेंट लागू किया गया है।

राष्ट्रीय कौशल विकास निगम

मिजोरम सरकार के श्रम, रोजगार, कौशल विकास और उद्यमिता विभाग, मिशन फाउंडेशन मूवमेंट (Mission Foundation Movement) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (National Skill Development Corporation / NSDC) के सामूहिक प्रयास और सहयोग से नौ मिजोरम नर्सों को दिल्ली में जापानी भाषा प्रशिक्षण के लिए पहले बैच के रूप में चुना गया है।

आईएएनएस/PT

पहलगाम हमले से सियासी भूचाल : शिमला समझौता निलंबित, इंदिरा गांधी की ‘दुर्गा छवि’ दोबारा चर्चा में

1952 से अब तक: भारत की वो महिलाएँ जिन्होंने जीता मिस यूनिवर्स का ताज

रहस्यमयी गुमशुदगी : चलती ट्रेन से लापता हुई हाईकोर्ट वकील अर्चना, 14 दिन बाद भी सुराग़ ज़ीरो

जब पुरुलिया के आसमान से होने लगी बंदूकों की बारिश! जानें इस खतरनाक हादसे की पूरी कहानी!

भारत निर्वाचन आयोग: ताक़त, दबाव और कमज़ोरियाँ