Health and Work: काम जरूरी है लेकिन कितना शायद इतना भी नहीं कि आपकी सेहत पर इसका बहुत बुरा असर पड़े। ऑफिस के कम से ब्रेक या छुट्टी लेना हर कर्मचारी का हक है और इस हक को उसे कभी छोड़ना नहीं चाहिए। जब काम का स्ट्रेस बढ़ जाए तो कुछ समय के लिए ब्रेक लेना अच्छा है और यदि आप भी ऑफिस के काम में इतने बिजी हो गए हैं की छुट्टियों को कम कर दिया या फिर हटा दिया है तो यह आपकी हेल्थ के लिए उतना ही नुकसानदायक है जितना अच्छा खाना खाना और खराब लाइफस्टाइल को चुनना। कॉर्पोरेट वर्ल्ड में लोग छुट्टी लेने से पहले 10 बार सोचते हैं मुझे छुट्टी लेनी चाहिए या नहीं? हमारी छुट्टी लेने से ऑफिस का काम हैंपर होगा। तो वहीं कुछ लोग साल में एक से दो बार लंबी छुट्टियां लेते हैं वे दूसरों की अपेक्षा ज्यादा अक्टूबर खुश रहते हैं। काम के लिए अतुल होना तो अच्छी बात है लेकिन इस बात का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है कि आपका स्वास्थ्य भी ठीक रहे ऐसे में काम के दौरान हेल्थ को इग्नोर नहीं करना चाहिए क्योंकि लगातार काम का स्ट्रेस लेकर बीमार पड़ना कई बार आपको महंगा भी पड़ सकता है।
जब काम की टेंशन हो तो थोड़े समय के लिए कम से ब्रेक लेना और मौज मस्ती करने में कोई बुराई नहीं है। बिजी रूटिंग के बाद एक छोटा सा ब्रेक आपकी लाइफ में ताजगी भर देगा। कई बार ऐसी खबरें भी सुनने को मिलती है कि काम की स्ट्रेस की वजह से लोगों की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगते हैं और इस स्ट्रेस को कम करने के लिए छुट्टी लेना आराम करना मौज मस्ती करना और अपने आप को खुश रखना बहुत जरूरी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि जब हम अपने आप को खुश रखते हैं तो हमारे शरीर से स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिजोल कम होता है जो हमारी स्ट्रेस को खत्म कर देता है।
एक आंकड़ों के मुताबिक जो लोग साल में दो बार लंबी छुट्टियां लेते हैं उन्हें दिल की बीमारियों का रिस्क दूसरों की अपेक्षा 8 गुना कम होता है। वही जो लोग साल में एक बार भी लंबी छुट्टी नहीं लेते उन्हें हार्ट अटैक का रिस्क 32% ज्यादा होता है। कम से छुट्टी लेना मन में एक नया उत्साह पैदा करता है और उसे उत्साह से हमारे शरीर में एक नई एनर्जी बनती है। काम के प्रेशर के बाद एक ब्रेक लेने से डिसीजन लेने की क्षमता और मजबूत होती है और वर्क पावर भी बढ़ जाती है। जहां छुट्टी लेने के इतने फायदे हैं वही छुट्टी ना लेने के कई नुकसान है लिए उन्हें भी समझते हैं।
छुट्टी ना लेने से प्रोडक्टिविटी पर बहुत बुरा असर पड़ता है क्योंकि जवाब बिना मन के जबरदस्ती स्ट्रेस में रहकर काम करते हैं तो कम पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। इसके अलावा दिल का दौरा पड़ना, मानसिक संतुलन का बिगड़ना, चिड़चिड़ापन, गुस्सैल स्वभाव, और मोटापा जैसे लक्षण शरीर में अपने आप पनंपने लगते हैं, जो शुरू में तो समझ नहीं आता लेकिन धीरे-धीरे किसी बड़ी बीमारी को जन्म देने लगता है।
यदि आप अपने हेल्थ और अपने परिवार को खुश रखना चाहते हैं तो अपने काम से थोड़ा समय जरूर निकले और कुछ ऐसी चीज करें जिससे आपको खुशी मिलती हो। यदि आपका मन संगीत में लगता है तो आपको संगीत जरूर सीखनी चाहिए क्योंकि संगीत आपको वह खुशी दे सकता है जिससे आपका मानसिक संतुलन और मन दोनों खुश रहेंगे।