एक साल के बच्चे के फेफड़े में फंसे हार के एक मनके को यहां के एक अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक निकाल लिया। बच्चे ने मनके को निगल लिया था। दंपति बिनशाद और फातिमा ने अपने एक साल के बच्चे को बहुत ज्यादा खांसी करते देख चिंतित थे। वे उसे तुरंत पास के एक अस्पताल ले गए, जहां एक्स-रे में बच्चे के फेफड़े में हार का एक मनका फंसे होने का पता चला।
समस्या जटिल होने के कारण बच्चे को दो-तीन अस्पतालों में रेफर किया गया। आखिरकार बच्चे को कोच्चि के अमृता अस्पताल ले जाया गया।
इस असपताल में चीफ इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. टिंकू जोसेफ के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने ब्रोंकोस्कोपी प्रक्रिया द्वारा बाएं फेफड़े के ऊपरी लोब में फंसे हार के मनके को सफलतापूर्वक हटा दिया।
डॉ. जोसेफ ने कहा, "इतने छोटे बच्चे के फेफड़े से मनका निकालना एक मुश्किल काम था। ब्रोंकोस्कोपी प्रक्रिया लगभग 30 मिनट तक चली और 24 घंटे के भीतर बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।"
माना जा रहा है कि खेलते समय बच्चे ने फर्श पर गिरे मनके को मुंह में डाल लिया होगा। हालांकि, बच्चे के माता-पिता इस बात से अनजान थे कि आखिर यह कैसे हुआ।
(आईएएनएस/JS)