एआई से हेल्थ सलाह (Sora AI) 
जीवन शैली

क्या एआई से हेल्थ सलाह लेना सही है?

एक 60 वर्षीय व्यक्ति ने नमक का हेल्दी विकल्प जानने के लिए एआई हेल्थ एडवाइस ली और बिना चिकित्सक से पूछे उसका पालन किया। नतीजा, 19वीं सदी में पाई जाने वाली दुर्लभ बीमारी। यह कहानी बताती है कि एआई मदद कर सकता है, लेकिन डॉक्टर की जगह नहीं ले सकता।

न्यूज़ग्राम डेस्क

19वी सदी की बीमारी

60 साल के एक व्यक्ति ने जब नमक कम करने का फैसला किया, तो उन्होंने सुझाव लेने के लिए चैटजीपीटी का सहारा लिया। एआई (AI) हेल्थ एडवाइस में उन्हें सोडियम ब्रोमाइड (Sodium Bromide) इस्तेमाल करने को कहा गया, यह एक केमिकल है जिसे सुरक्षा कारणों से दशकों पहले बैन कर दिया गया था। भरोसा करते हुए उन्होंने इसे तीन महीने तक नमक की जगह इस्तेमाल किया। धीरे-धीरे उन्हें अजीब लक्षण दिखने लगे, हैलुसिनेशन (Hallucination) होने लगी (यानी ऐसी चीज़ें दिखना या सुनाई देना जो असल में नहीं थीं), और पैरानॉइया (Paranoia) , (यानी बिना वजह यह महसूस करना कि कोई उनके खिलाफ साजिश कर रहा है।)

पीढ़ित का डायग्नोसिस

शुरू में डॉक्टर भी हैरान थे। उनकी लैब रिपोर्ट्स में अजीब नतीजे आए और मानसिक स्थिति अस्थिर थी। बाद में पता चला कि उन्हें ब्रोमिज़्म है, ब्रोमाइड ज़हर से होने वाली बीमारी, जो आजकल बेहद दुर्लभ है लेकिन 1800 के दशक में आम थी। उन्हें कई हफ़्तों तक अस्पताल में रखकर फ्लूइड, इलेक्ट्रोलाइट्स और मानसिक इलाज दिया गया।

लोग अक्सर स्वास्थ्य से जुड़े सवालों के लिए एआई का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि यह तेज़, दोस्ताना और 24 घंटे उपलब्ध रहता है। लोग इसे निजी और सुरक्षित मानकर अपनी परेशानियां शेयर करते हैं। लेकिन एआई की सहमति भरी शैली कई बार एक बबल बना देती है, जहां यह आपके विचारों को चुनौती देने के बजाय उन्हें और बढ़ावा देता है, चाहे वे गलत ही क्यों न हों।

19वी सदी की बीमारी (Sora AI)

एआई कहाँ मददगार है

एआई हेल्थ एडवाइस सामान्य जानकारी के लिए अच्छी है। यह किसी न्यूट्रिएंट के बारे में बता सकता है, हेल्दी रेसिपी दे सकता है, या डॉक्टर से पूछने के लिए सवाल तैयार करने में मदद कर सकता है। यह रिलैक्सेशन तकनीकें या आसान एक्सरसाइज़ के आइडिया भी दे सकता है। ऐसे मामलों में एआई सहायक की तरह अच्छा काम करता है।

कहाँ एआई का इस्तेमाल भरी पढ़ सकता हैं 

एआई का इस्तेमाल बीमारी की पहचान, दवा लिखने या डाइट में बड़े बदलाव के लिए नहीं करना चाहिए। यह टेस्ट नहीं कर सकता, आपको देख नहीं सकता और आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री नहीं जानता। मानसिक स्वास्थ्य के मामले में भी यह असली थेरेपी या संकट में मदद का विकल्प नहीं है।

लोग अक्सर स्वास्थ्य से जुड़े सवालों के लिए एआई का इस्तेमाल करते हैं (Sora AI)

निष्कर्ष 

इस व्यक्ति की कहानी बताती है कि एआई से ली गई स्वास्थ्य एडवाइस भरोसेमंद लग सकती है, लेकिन गलत भी हो सकती है। दोस्ताना जवाब सुरक्षित जवाब नहीं होता। एआई सीखने का एक ज़रिया है, न कि डॉक्टर और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के अनुभव, संदर्भ और ज़िम्मेदारी का विकल्प। किसी भी स्वास्थ्य बदलाव से पहले, असली विशेषज्ञ से सलाह ज़रूर लें। (Rh/Eth/BA)

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