Himachal Offbeat Destinations : यहां आप ट्रैकिंग कर सकते है इसके अलावा बर्ड वॉचिंग, कैंपिंग और फोटोग्राफी एक्टिविटीज़ भी अनुभव कर सकते हैं। (Wikimedia Commons) 
सैर-सपाटा

हिमाचल की ऐसी जगहें जहां भीड़ होती है न के बराबर, प्रकृति प्रेमियों के लिए है बेहद खास

ज्यादातर लोग शिमला, कुल्लू- मनाली, लेह-लद्दाख ही जाते है लेकिन अगर आप यहां की खूबसूरती को आराम से बैठ कर देखना चाहते है, तो कंगोजोड़ी आपके लिए ही है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

Himachal Offbeat Destinations : हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक सुंदरता, पारिस्थितिक पर्यटन, आध्यात्मिकता और रोमांच के लिए एक आदर्श स्थान है। हिमाचल की खूबसूरत वादियां में जितना भी रहा जाए फिर भी वह कम ही महसूस होता है। प्रकृति प्रेमी हो या एडवेंचर प्रेमी दोनों के लिए हिमाचल एक बेहतरीन जगह है लेकिन अगर आप कुछ नहीं करना चाहते, बस सुकून से बैठकर दो से तीन दिनों की छुट्टियों का लुफ्त उठाना चाहते हैं, तो उसकी भी यहां कोई कमी नहीं है। आज हम आपको हिमाचल की कुछ ऐसे ही जगहों के बारे में बताएंगे, जहां के बारे ने लोगों को शायद ही मालूम होगा।

कंगोजोड़ी

कंगाजोड़ी चारों तरफ से पहाड़ों के साथ देवदार और चीड़ के जंगलों से घिरा हुआ है। ज्यादातर लोग शिमला, कुल्लू- मनाली, लेह-लद्दाख ही जाते है लेकिन अगर आप यहां की खूबसूरती को आराम से बैठ कर देखना चाहते है, तो कंगोजोड़ी आपके लिए ही है। यहां आप ट्रैकिंग कर सकते है इसके अलावा बर्ड वॉचिंग, कैंपिंग और फोटोग्राफी एक्टिविटीज़ भी अनुभव कर सकते हैं। यहां आप तीन से चार दिन की छुट्टी बीता सकते है।

हिमाचल प्रदेश के पुल्गा गांव अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर हैं। ये गांव तोष और कसौल के बीच स्थित है। (Wikimedia Commons)

सराहन

यहां का हर एक कोना आश्चर्य और खूबसूरती से भरा होता है, यहां आने के लिए आपको शिमला से लगभग 180 किमी का सफर तय करना होगा। हिमाचल का ये गांव सतलुज नदी के किनारे पर बसा है। इस जगह की सबसे खास बात है यहां तक पहुंचने का रास्ता। यहां के रास्ते का सफर बेहद शानदार है। शिमला से सराहन का रास्ता नारकंडा से होकर गुजरता है, तो अगर आपके पास वक्त तो यहां भी एक दिन या कुछ घंटे आप बीता सकते हो।

इस जगह की सबसे खास बात है यहां तक पहुंचने का रास्ता। यहां के रास्ते का सफर बेहद शानदार है ।(Wikimedia Commons)

पुल्गा गांव

हिमाचल प्रदेश के पुल्गा गांव अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर हैं। ये गांव तोष और कसौल के बीच स्थित है। यहां के घर आपको ज्यादातर लकड़ी के बने मिलेेंगे, जो इस जगह की खूबसूरती को और बढ़ा देते है। ये गांव आज भी पर्यटकों की पहुंच से दूर है जिसकी वजह से यहां आकर आपको अलग ही तरह की शांति महसूस होगी। हालांकि यहां पहुंचना आसान नहीं है, क्योंकि यहां के लिए सीधी कोई गाड़ी नहीं जाती। यहां तक पहुंचने के लिए कुल्लू के नजदीक स्थित बरशैणी से लगभग 3 किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी होती है।

क्या मध्य पूर्व (Middle East) में छिड़ने वाली है तीसरी बड़ी जंग ?

एक Sparrow Man की कहानी, जिनकी मेहनत से बचा हजारों गोरैयों का परिवार!

भगवान जगन्नाथ का रथ खींचती हैं जो रस्सियाँ, उनके पीछे छिपा है एक आदिवासी समाज!

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की