एक बच्ची जो पैदा होते ही सुर्खियों में हैं (Wikimedia Image)

 

तबीथा 

ज़रा हट के

एक बच्ची जो पैदा होते ही सुर्खियों में हैं

8 घंटे के लेबर पेन के बाद रुथ की घर पर ही नॉर्मल डिलीवरी हुई। बच्ची को जन्म के बाद अस्पताल में ले जाया गया।

न्यूज़ग्राम डेस्क, Poornima Tyagi

न्यूजग्राम हिंदी: आज के इस लेख में हम आपको एक बेहद ही दिलचस्प घटना के बारे में बताने वाले हैं। हम आपको बताएंगे कि कैसे एक बच्ची जो पैदा होते ही सुर्खियों में छाई हुई है। हम आपको इसके पीछे के कारण के बारे में विस्तार से बताएंगे।

यह बच्ची पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है और लगभग पूरी दुनिया इस बच्ची के विषय में जानती है। इस छोटी बच्ची का नाम तबीथा (Tabitha) है। इस बच्ची का जन्म 28 फरवरी को हुआ था और इसकी मां का नाम रूठ हार्वे है। रुथ इससे पहले भी दो बार मां बन चुकी है लेकिन इस बार उन्होंने एक अनोखी बच्ची को जन्म दिया।

ताज्जुब की बात तो यह है कि यह बच्ची सामान्य बच्चों से ढाई हफ्ते की देरी से पैदा हुई है। यह बच्ची अपने वजन के कारण सुर्खियों में छाई हुई है। इस बच्ची का वजन सामान्य बच्चों के मुकाबले बहुत ज्यादा है और यह एक महीने से भी कम की उम्र में तीन से छः महीने के बच्चों के कपड़े पहनती है। इस बच्ची का वजह लगभग 5 किलो और 600 ग्राम हैं। बच्ची के इतने अधिक वजन से उसकी मां हैरान थी जिसके बाद उन्होंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड देखी जिसमें उन्होंने पाया कि इससे पहले भी 1992 में जन्में एक बच्चे का वजन 7 किलो 030 ग्राम था। और इसके बाद 2013 में 7 किलो 002 ग्राम का एक बच्चा पैदा हुआ। 8 घंटे के लेबर पेन के बाद रुथ की घर पर ही नॉर्मल डिलीवरी हुई। बच्ची को जन्म के बाद अस्पताल में ले जाया गया। रुथ के बाकी दोनों बच्चों का वजह इतना ज्यादा नहीं था। रुथ अपनी बच्ची को इतना प्यार पाते देखकर बहुत खुश हैं।

PT

डॉ. मुनीश रायज़ादा ने बिजली के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे को हल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की आलोचना की

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 70 विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी

कभी रहे खास मित्र, अब लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव। कौन हैं मुनीश रायज़ादा?

नई दिल्ली विधानसभा (AC - 40) से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे डा मुनीश रायज़ादा

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।