ऐसे में अक्सर लोग बाजार में मिलने वाले केमिकल वाले शैम्पू या लोशन का सहारा लेते हैं, लेकिन ये न सिर्फ महंगे होते हैं बल्कि कई बार स्किन को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। खासकर बच्चों की नाजुक त्वचा पर इनका इस्तेमाल सही नहीं माना जाता। ऐसे में आयुर्वेद और वैज्ञानिक दृष्टिकोण (Ayurveda and Scientific Approach) से परखे हुए घरेलू नुस्खे कहीं ज्यादा कारगर और सुरक्षित होते हैं।
आयुर्वेद के मुताबिक, नारियल का तेल जूं को खत्म करने के लिए कारगर हो सकता है। ये तेल न सिर्फ स्कैल्प को पोषण देता है, बल्कि बालों को टूटने से भी बचाता है। जब इसमें कपूर को मिलाया जाता है, तो ये मिश्रण एक प्राकृतिक कीटनाशक की तरह काम करता है। कपूर में एंटीसेप्टिक और एंटीपैरासिटिक गुण होते हैं, जो जूं और लीखों को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं।
इस नुस्खे को अपनाने के लिए एक कटोरी नारियल तेल (Coconut Oil) लें और उसमें 2-3 टुकड़े कपूर के अच्छी तरह घोल दें। जब ये मिश्रण तैयार हो जाए तो इसे रात को सोने से पहले सिर की जड़ों में लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। फिर सिर को कपड़े से ढककर सो जाएं और सुबह शैम्पू से बालों को धो लें। इस उपाय का असर एक ही बार में दिखने लगेगा और हफ्तेभर में जुएं पूरी तरह गायब हो जाएंगी।
इसके अलावा, सिरका का इस्तेमाल भी जूं भगाने में मददगार हो सकता है। हल्के गुनगुने पानी में 2 चम्मच सफेद सिरका या एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं और इससे सिर धो लें। सिरका जुओं और लीखों की पकड़ को ढीला कर देता है, जिससे वे बालों से आसानी से हट जाती हैं। यह उपाय खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो केमिकल्स से दूर रहना चाहते हैं।
नींबू का रस (Lemon Luice) भी एक प्राकृतिक उपाय है, इसे नारियल तेल में मिलाकर लगाया जाए तो इसका असर और भी बढ़ जाता है। नींबू के रस में मौजूद साइट्रिक एसिड जुओं की त्वचा को नुकसान पहुंचाता है और उन्हें खत्म कर देता है। साथ ही, ये स्कैल्प की सफाई भी करता है और डैंड्रफ जैसी समस्याओं से राहत देता है।
इसके अलावा, पेट्रोलियम जेली (Petroleum jelly) भी इसमें मदद कर सकती है और जुओं के बढ़ने की संख्या को रोक देती है। इससे जुओं को सांस लेने में मुश्किल होती है, जिससे वो मर जाती हैं। लेकिन ये तरीका थोड़ा चिपचिपा होता है और बाल धोने में वक्त लग सकता है।
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