Barmer Jail Cafe - बाड़मेर में लोग सलाखों के पीछे बैठकर, जेल के बर्तनों में लजीज पकवानों का मजा उठा रहे हैं। (Wikimedia Commons) 
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इस जेल में आप लज़ीज़ खानों का स्वाद चख सकते है, साथ में लीजिए हथकड़ी पहन कर सेल्फी

बाड़मेर के लोग जेल में जाकर न केवल मनपसंद फ़ास्ट फूड का स्वाद चखते हैं, बल्कि हाथ में हथकड़ी लगाए हुए सेल्फी भी खींचते हैं।

न्यूज़ग्राम डेस्क

Barmer Jail Cafe - अक्सर लोग जेल का नाम सुनते ही डरने लग जाते है कोई भी इंसान जेल जाना नही चाहता है लेकिन देश की पश्चिमी सरहद पर बसे बाड़मेर के लोग जेल में जाकर न केवल मनपसंद फ़ास्ट फूड का स्वाद चखते हैं, बल्कि हाथ में हथकड़ी लगाए हुए सेल्फी भी खींचते हैं। बाड़मेर में लोग सलाखों के पीछे बैठकर, जेल के बर्तनों में लजीज पकवानों का मजा उठा रहे हैं। इस खाने की हकीकत जानकर आप भी एक बार जरूर चखना चाहेंगे, जेल के इस खाने का स्वाद।

थार नगरी में जेल की थीम पर खुले “जेल वाइब्स कैफे” में जेल की ही तरह इस रेस्टोरेंट में भी अलग-अलग सेल बने हुए हैं। (Wikimedia Commons)

जेल एक ऐसी जगह है जहां शायद ही कोई जाना चाहता है लेकिन जेल में खाना खाने का बाड़मेर के लोगों पर अलग ही शौक चढ़ा है। जी हां ! थार नगरी में जेल की थीम पर खुले “जेल वाइब्स कैफे” में जेल की ही तरह इस रेस्टोरेंट में भी अलग-अलग सेल बने हुए हैं। जिनमें आप दोस्तों और परिवार वालों के साथ बैठ कर खाना खा सकते हैं।

अलग - अलग थीम वाले रेस्टोरेंट आपने देखा ही होगा लेकिन ये सबसे अलग है रेस्टोरेंट के अंदर बनी दीवारें, छत और पूरा माहौल आपको जेल के अन्दर होने का अहसास दिलाता है। इस कैफे में 2 लॉकअप, 2 स्पेशल जॉन सहित एक बड़ा हॉल है, जिसमें बैठकर आप लजीज व्यजंन का आनंद ले सकते हैं।

जोधपुर निवासी भीमसिंह चौहान ने करीब 7 माह पहले इस जेल वाइब्स कैफे की शुरुआत की थी। (Wikimedia Commons)

जोधपुर निवासी भीमसिंह चौहान ने करीब 7 माह पहले इस जेल वाइब्स कैफे की शुरुआत की थी। इसके बाद न केवल यहां आकर लोग बड़े चाव से लजीज व्यजंन का आनंद लेते हैं, बल्कि हथकड़ी, कैदी के साथ सेल्फियां भी लेते हैं। इस जेल कैफे में पिज्जा 170 रुपये से लेकर 120 रुपये तक, सैंडविच 110 रुपये से लेकर 190 रुपये तक, मैगी 80 रुपये से लेकर 140 रुपये तक, बर्गर 110 रुपये से लेकर 190 रुपये तक और पास्ता 110 रुपये से लेकर 220 रुपये में मिल रहा है। यहां आने वाले ग्राहक बाड़मेर शहर के कल्याणपुरा निवासी दर्शन कुमार बताते हैं कि इस कैफे की थीम जेल की तरह बनाई गई है। यहां आकर ऐसा लग रहा है जैसे जेल में आ गए हैं। यहां लॉकअप, हथकड़ी, आईपीसी की धाराओं के बारे में भी दीवारों पर लिखा हुआ है।

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