बांग्ला साहित्य उत्सव IANS
किताब

भारत का पहला बांग्ला साहित्य उत्सव अगले साल से कई शहरों में होगा आयोजित

अगले साल से एबीएसयू सही अर्थो में भारत का पहला मोबाइल बंगाली साहित्य उत्सव बन जाएगा।

न्यूज़ग्राम डेस्क

भारत (India) का पहला बांग्ला साहित्य उत्सव एपीजे बांग्ला साहित्य उत्सव (एबीएसयू) अब अगले साल से कोलकाता (Kolkata) तक ही सीमित नहीं रहेगा। एबीएसयू के निदेशक और कोलकाता के प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर्स के सीईओ स्वागत सेनगुप्ता के अनुसार, अगले साल महोत्सव का नौवां संस्करण देश के कुछ अन्य मेट्रो टियर-2 शहरों में भी आयोजित किया जाएगा।

सेनगुप्ता ने कहा, हमें अन्य शहरों से भी बंगाली संघों से इसी तरह के बांग्ला साहित्यिक उत्सवों के आयोजन के लिए अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं। इसलिए, अगले साल से मुख्य शीतकालीन कार्यक्रम कोलकाता में आयोजित किया जाएगा, बांग्ला कैलेंडर के अनुसार विशेष अवसरों के समय बंगाली संघों के सहयोग से अन्य भारतीय शहरों में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जैसे बंगाली नववर्ष और सरस्वती पूजा, दूसरों के बीच में। अगले साल से एबीएसयू सही अर्थो में भारत का पहला मोबाइल बंगाली साहित्य उत्सव बन जाएगा।

सेनगुप्ता के अनुसार, एबीएसयू का 8वां संस्करण, जो रविवार को संपन्न हुआ, दो मायने में महत्वपूर्ण था। सबसे पहले, दो साल बाद इस कार्यक्रम को अपने पुराने भौतिक स्वरूप में आयोजित किया गया था, जबकि पिछले दो अवसरों के विपरीत इसे कोविड (covid) महामारी के कारण वर्चुअल मोड में आयोजित किया गया था। दूसरा, आठवें संस्करण ने ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर्स में एक छोटे से मैगजीन कॉर्नर का उद्घाटन किया, जो इस क्षेत्र के प्रकाशकों के लिए अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और उन्हें ऑनलाइन बाजार में लाने का पहला संगठित मंच है।

इस वर्ष एबीएसयू विभिन्न रुचि के विषयों जैसे कविता, छोटी पत्रिका, चित्रण, बोली, राजनीति (politics), युवा साहित्य, थ्रिलर, पुस्तक प्रकाशन और संपादन, बांग्ला साहित्य में पत्रकारिता और सिनेमा आदि जैसे विभिन्न विषयों पर सत्रों और चर्चाओं के माध्यम से दर्शकों के एक व्यापक वर्ग तक पहुंचा।

आईएएनएस/RS

डॉ. मुनीश रायज़ादा ने बिजली के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे को हल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की आलोचना की

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 70 विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी

कभी रहे खास मित्र, अब लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव। कौन हैं मुनीश रायज़ादा?

नई दिल्ली विधानसभा (AC - 40) से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे डा मुनीश रायज़ादा

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।