देश के IIT में एडमिशन के लिए सबसे बड़ा चांस JEE Advanced IANS
शिक्षा

देश के IIT में एडमिशन के लिए सबसे बड़ा चांस JEE Advanced

JEE Advanced 12वीं कक्षा के बाद होने वाली देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में एक है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

JEE Advanced 12वीं कक्षा के बाद होने वाली देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में एक है। दरअसल लाखों मेधावी छात्र हर साल 'IIT' जैसे प्रीमियम इंस्टिट्यूट में दाखिला लेने का सपना देखते हैं और JEE Advanced देश भर के 23 विभिन्न IIT संस्थानों में दाखिले का बिग टिकट है। JEE Advanced की इस महत्वपूर्ण परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक कदाचार को रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों में बकायदा 'जैमर' लगाए जाएंगे। इस बार JEE Advanced के टेस्ट में एक खास बात है वह यह कि जिन छात्रों ने वर्ष 2021 में सफलतापूर्वक आवेदन किया था लेकिन परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए वे भी JEE Advanced 2022 परीक्षा के पात्र हैं।

IIT मुंबई के मुताबिक यह छूट केवल उन्हीं छात्रों के लिए है जो JEE Advanced 2021 के पहले और दूसरे दोनों ही टेस्ट में अनुपस्थित रहे थे। JEE Advanced का एक टेस्ट देकर दूसरे टेस्ट में अनुपस्थित रहने वाले छात्रों को यह मौका नहीं दिया जाएगा। IIT बॉम्बे ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोरोना जैसी महामारी को देखते हुए JEE Advanced में केवल एक बार के लिए यह छूट है।

इस वर्ष JEE मेंस की परीक्षा में सबसे बेहतर प्रदर्शन CBSE बोर्ड के छात्रों का है। JEE Advanced की परीक्षा 28 अगस्त को होनी है, लेकिन इससे पहले JEE मेंस के 2 सत्र आयोजित किए जा चुके हैं। JEE मेंस के नतीजे बताते हैं कि इन परीक्षाओं में CBSE के छात्र सबसे आगे रहे हैं। JEE मेंस की परीक्षाओं में अभी तक जिन शिक्षा बोर्ड के छात्रों ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है उनमें CBSE, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान शामिल हैं।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के मुताबिक, JEE परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा मोबाईल नेटवर्क का उपयोग कर मोबाईल या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के माध्यम से किए जाने वाले नकल जैसे कदाचार को रोकने के लिए सभी केंद्रों पर जैमर लगाने की व्यवस्था है। इससे पहले JEE मेंस की सभी 14 पालियों की प्रति पाली में भी कुल लगभग 29000 जैमर लगाए गए थे।

प्रसिद्ध शिक्षाविद CS कांडपाल के मुताबिक, JEE मेंस के फाइनल रिजल्ट के आधार पर जेईई एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की सूची तैयार की जाती है। JEE मेंस में बेहतर प्रदर्शन करने वाले दो लाख 50 हजार छात्रों को JEE Advanced परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलता है। हालांकि इस बार 2021 के रह गए छात्रों को इसमें अतिरिक्त रूप से जोड़ा गया है।

JEE Advanced परीक्षा देने की अधिकतम संख्या लगातार दो वर्षों में दो बार हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्रों को पहली बार 2021 या 2022 में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए। विशेष परिस्थितियों में 15 अक्टूबर 2020 के बाद जिन छात्रों का शैक्षणिक वर्ष 2019-20 के लिए परिणाम घोषित किया गया है उन्हें भी JEE Advanced 2022 के लिए पात्र माना जा रहा है।

JEE Advanced की परीक्षा 28 अगस्त को होनी है। पहली शिफ्ट का टेस्ट सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और सेकंड शिफ्ट 2 बजकर 30 मिनट से शाम 5 बजकर 30 मिनट तक होगी। टेस्ट का समय 3 घंटे है।


केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने JEE मेंस और JEE Advanced के लिए एक 19 सदस्यीय बोर्ड भी गठित कर चुका है। मंत्रालय के मुताबिक IIT व इंजीनियरिंग के अन्य संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाले एग्जाम 'JEE' के आयोजन के लिए यह बोर्ड गठित किया गया है। बोर्ड के चेयरमैन IIT मद्रास के पूर्व निदेशक प्रोफेसर भास्कर रामामूर्ति हैं। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक JEE मेंस व JEE Advanced की प्रक्रिया और बेहतर एवं पारदर्शी बनाने के लिए JEE बोर्ड का गठन किया गया है। JEE के इस शीर्ष बोर्ड में कुल 19 सदस्य होंगे।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के डायरेक्टर जनरल (DG) को शिक्षा मंत्रालय ने इस बोर्ड का सदस्य सचिव बनाया है। हर बार की तरह इस बार भी जेईई के इस बोर्ड में विभिन्न IIT संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शीर्ष बोर्ड में IIT बॉम्बे इन परीक्षाओं का ऑगेर्नाइजर है। इसके अलावा इसमें IIT गुवाहाटी और IIT खड़कपुर के निदेशक इस बोर्ड में शामिल रहते हुए महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाएंगे। CBSE के चेयरमैन को भी बोर्ड में स्थान दिया गया है। शिक्षा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी को भी बोर्ड में जगह मिली है। बोर्ड में NIT व ट्रिपल IT के निदेशकों के और गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक और बिहार के प्रतिनिधियों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जा रहा है। 19 सदस्यीय यह शीर्ष बोर्ड अगले दो वर्ष 2022 और 2023 के दौरान ली जाने वाली JEE परीक्षाओं की व्यवस्था करेगा।

(आईएएनएस/AV)

डॉ. मुनीश रायज़ादा ने बिजली के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे को हल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की आलोचना की

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 70 विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी

कभी रहे खास मित्र, अब लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव। कौन हैं मुनीश रायज़ादा?

नई दिल्ली विधानसभा (AC - 40) से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे डा मुनीश रायज़ादा

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।