Mali Suffering from heat waves : कई इलाकों में पानी की किल्लत हो गई है। (Wikimedia Commons) 
अन्य

गर्मी के प्रचण्ड ताप के कारण एसी, कूलर भी हो गया फेल

पिछले पांच साल के रिकॉर्ड की बात करें तो इस बार गर्मी अपने तेवर दिखा रही है। ऐसे में पश्चिम अफ्रीका का तापमान और भी बढ़ता चला जा रहा है। पश्चिम अफ्रीका देश माली में गर्मी से हालात बदतर हो गए हैं। कई इलाकों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

Mali Suffering from heat waves : गर्मी का ताप लगातार बढ़ रहा है। हर दिन तापमान उछाल मार रहा है। इतना ही नहीं गर्मी के वजह से लोगों की सेहत भी बिगड़ रही है। पिछले पांच साल के रिकॉर्ड की बात करें तो इस बार गर्मी अपने तेवर दिखा रही है। ऐसे में पश्चिम अफ्रीका का तापमान और भी बढ़ता चला जा रहा है। पश्चिम अफ्रीका देश माली में गर्मी से हालात बदतर हो गए हैं। कई इलाकों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। यहां लोगों के घरों में एसी, कूलर और फ्रिज जैसी चीजें काम नहीं कर रही हैं। अस्पताल में डिहाइड्रेशन, उल्टी-दस्त से परेशान मरीजों की संख्या बढ़ गया है।

बिजली संकट से परेशान लोग

माली की राजधानी बमाको समेत तमाम इलाके बिजली संकट से जूझ रहे हैं। माली में पहले से ही बिजली का संकट रहा है। अब गर्मी बढ़ने के कारण यह समस्या और बढ़ गई है। गर्मी का तापमान और साथ में बिजली की समस्या दोनों मिलकर वहां रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है।

रात का तापमान भी 46 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। (Wikimedia Commons)

दूध और ब्रेड से भी महंगा है बर्फ

यहां पावर कट के चलते माली में बर्फ की मांग की बढ़ गई है। दुकानों में बर्फ के टुकड़े दूध और ब्रेड से भी महंगे बिक रहे हैं। कई इलाकों में बर्फ के टुकड़ों की कीमत 500 फ्रैंक्स तक पहुंच गई और इसकी कीमत लगातार बढ़ती जा रही है। माली में अमूमन ब्रेड और दूध जैसी चीजों की कीमत 200 फ्रैंक्स तक है।

स्कूल-कॉलेज हो गए बंद

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कई इलाके तो ऐसे हैं, जहां रात का तापमान भी 46 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। भीषण गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन, लूज मोशन, खांसी, बुखार और सांस से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं। कई इलाकों में पानी की किल्लत हो गई है। इसकी वजह से कई इलाकों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। लोगों को घरों में रहने की एडवाइजरी दी गई है। हीटवेव से बचने के लिए लोगों को आइसक्यूब का इस्तेमाल करने की सलाह भी दी गई है।

डॉ. मुनीश रायज़ादा ने बिजली के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे को हल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की आलोचना की

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 70 विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी

कभी रहे खास मित्र, अब लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव। कौन हैं मुनीश रायज़ादा?

नई दिल्ली विधानसभा (AC - 40) से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे डा मुनीश रायज़ादा

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।